विद्युत आपूर्ति बाधित बिजली बिल जमा करने के बावजूद कनेक्शन कट्टा विरोध प्रदर्शन 

विद्युत आपूर्ति बाधित बिजली बिल जमा करने के बावजूद कनेक्शन कट्टा विरोध प्रदर्शन 

विद्युत आपूर्ति बाधित बिजली बिल जमा करने के बावजूद कनेक्शन कट्टा विरोध प्रदर्शन 

P9bihar news 

मुरारी स्वामी, गड़खा

सारण:- 48 रुपए एडवांस बिजली बिल जमा करने के बाद भी कनेक्शन काट दी गई, चार दिन बाद भी नहीं जोड़ा गया, आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान शाम में 3 घंटे बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई बाधित होने का आरोप लगाया गया।


जिले के अमनौर प्रखंड के सराय बक्स में एक उपभोक्ता के 48 रुपया बिजली बिल एडवांस जमा होने के बाद भी बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन काट दी गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया।
लालबाबू राय, गंगदेव राय ,अवधेश राय, रामेश्वर राय, अनामिका राय, दशरथ राय, प्रमोद कुमार उर्फ टीकधारी बाबा सीताराम राय, मुनेश्वर राय उर्फ करेजा सत्यालाल राय, विनोद राय ,योगेन्द्र राय, अमर प्रसाद यादव  ,

मुकेश राय, भूपेन राय, बुटन राय  हरेश कुमार, पूर्व बीडीसी राजकिशोर राय आदि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की मनमर्जी हो चुकी है।अभी परीक्षा का समय है ऐसे में प्रतिदिन शाम में 06:00 बजे से लेकर 09:00 बजे तक बिजली काट ली जाती है।जिससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई बाधित होती है।

खाना बनाने में दिक्कत होता है। वही गांव के ही बद्री मुसमात के 48 रूपए एडवांस  जमा होने के बाद भी कनेक्शन काट दी गई। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिली ग्रामीणों का आरोप था कि बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा अमनौर जेई पर कार्रवाई की जाए हालांकि इस संबंध में काफी प्रयास करने के बाद अमनौर जेई से बात हुई।

उन्होंने गलती से कनेक्शन काटने की बात स्वीकार करते हुए कनेक्शन जोड़ने की बात कही परंतु समाचार प्रेषण तक बद्री मुसमात का कनेक्शन नहीं जोड़ा जा सका है।

 मामले का खुलासा

अमनौर प्रखंड के सराय बक्स निवासी बदरी मुसमात जिनका उपभोक्ता नम्बर 12510054949 है उन्होंने फोन पे के माध्यम से 1 नवंबर 2023 को 256 रुपए और 15 नवंबर को  500 रूपये बिजली बिल भुगतान किया था परंतु बिजली विभाग के के और कर्मचारियों द्वारा 30 जनवरी को उनका कनेक्शन काट दिया गया 31 जनवरी को जब बिजली बिल भुगतान के लिए बिजली कर्मचारी से जानकारी ली गई तो 48 रुपए अतिरिक्त बिजली बिल भुगतान होने की जानकारी हुई। इंटरनेट से जमा रसीद डाउनलोड हुआ। इसके बाद ग्रामीणों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है।