भूकंप और भगदड़ सुरक्षा पर आधारित मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन

भूकंप और भगदड़ सुरक्षा पर आधारित मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी।

एनडीआरएफ द्वारा एतिहासिक  गांधी संग्रहालय,, मोतिहारी में भूकंप और भगदड़ सुरक्षा पर आधारित मॉक ड्रील के आयोजन बटालियन एन०डी०आर०एफ० द्वारा स्कूली छात्रों, एन सी सी कैडेट्स, एनवाईकेएस और पर्यटकों को सुरक्षा प्रोग्राम के तहत भूकंप पर आधारित मॉक ड्रील का अभ्‍यास किय गया ।

भूकंप आने पर किस प्रकार सुरक्षात्मक सावधानी बरतनी चाहिए तथा आपदा के दौरान आपदा प्रबंधन समीति के अन्तर्गत गठित रेस्पांस टीमों के जिम्मेवारी एवम कार्यो  को अवनीश कुमार शाही, सहायक कमाण्डेट, की निगरानी में 9वीं बटालियन एन०डी०आर०एफ० की टीम ने डेमों के माध्यम से बखूबी समझाया। इस कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्रों, एन सी सी कैडेट्स, एनवाईकेएस और पर्यटकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा लाभान्वित हुए।


 अवनीश कुमार शाही, सहायक कमाण्डेट ने बताया कि 9 बटालियन एन०डी०आर०एफ० की टीम द्वारा भूकम्प आने पर अपनाये जाने वाले सुरक्षात्मक पहलूओं तथा रेस्पांस मैकेनिज्म को भी बताया गया तथा इसका अभ्यास करवाया गया। उन्होंने आगे बताया कि आपदा को रोका नहीं जा सकता लेकिन आपदा से पूर्व हमारी तैयारी, प्रशिक्षण तथा जागरूकता निश्चित तौर पर आपदा से होने वाले नुकसान को रोक सकता है।

किसी भी प्रकार के आपदा आने पर घबड़ाये नहीं बल्कि सूझबूझ के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभाये। इस मॉक ड्रील में एन०डी०आर०एफ० के निरीक्षक विश्‍वा राजीव और निरीक्षक मो0 फिरोज ने सराहनीय भूमिका निभाया। एसडीएम  सौरभ सुमन यादव  अनिल कुमार,आपदा अधिकारी एडीएम , अशोक कुमार प्रसाद होम गार्ड ज़िला कमांडेंट, मेघा कश्यप आपदा प्रभारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी , एनवाईकेएस के सौरभ कुमार व अन्य लोगों ने इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे ।

 उन्‍होने आगे  बताया कि सर्वप्रथम डेमो के माध्यम से आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलूओं की जानकारियों दी गई। तत्पश्चात घायलों को अस्पताल पूर्व चिकित्सा के विभिन्न पहलूओं जैसे रक्तश्राव नियंत्रण तकनीक, हृदयाघात तुरन्त बाद दी जाने वाली प्राथमिक उपचार  हडडी टूटने के बाद प्राथमिक उपचार के तौर पर खपच्ची  लगाने की तकनीक तथा घायलों को ले जाने की अलग-अलग तरीकों पर प्रशिक्षण दिया गया।

साथ ही, छात्रों से इस उपयोगी प्रशिक्षण का अभ्यास भी करवाया गया। फिर भूकंप आने पर झुके, ढके तथा पकड़े ड्रील का प्रशिक्षण तथा अभ्यास छात्रों से कराया गया। इस तरह के आपदा के दौरान किस तरह से सुरक्षा उपयाय अपनाना चाहिए और इससे होने वाले नुकसान को कैसे कम किया जाये,   एवं  साथ ही एन०डी०आर०एफ० द्वारा आपदा प्रबंधन उपकरणों का एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और कार्यक्रम के अन्‍त में  अवनीश कुमार शाही, सहायक कमाण्डेट 9 बटालियन एनडीआरएफ  के दिशा-निर्देश पर भूकंप सुरक्षा पर आधारित मॉक ड्रील के दौरान किए जाने वाले निष्काशन ड्रिल का  आयोजन किया गया।

सुनिल कुमार सिंह कमाण्‍डेंट  9 बटालियन एनडीआरएफ बताया कि विभिन्न प्रकार के आपदाओं में जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक है कि आपदा प्रबंधन तैयारी तथा कार्यवाही योजनाओं को सुचारू रूप से तैयार किया जाए तथा इसे अमल में लाया जाए । आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में बिहार के नागरिक व  छात्रों को जागरूक करने के दिशा में 9 बटालियन एनडीआरएफ द्वारा लगातार इस प्रकार के प्रयास किए जा रहे है ।