जिले के 10 प्रखंडों में चल रहा है कालाजार मरीज खोज अभियान

जिले के 10 प्रखंडों में चल रहा है कालाजार मरीज खोज अभियान

जिले के 10 प्रखंडों में चल रहा है कालाजार मरीज खोज अभियान

आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से हो रही है मरीजों की खोज

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०।
पूर्वी चम्पारण जिले में कालाजार मरीज खोज अभियान की शुरुआत हो चुकी है। जिले के सिविल सर्जन डॉक्टर अंजनी कुमार ने बताया कि जिले में 10 प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को पत्र जारी करते हुए अभियान में सहयोग करने का आदेश जारी किया गया है। सीएस ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंजरिया, बनकटवा, चकिया, ढाका, हरसिद्धि, कल्याणपुर, कोटवा, पहाड़पुर एवं तेतरिया प्रखंडों में कालाजार के उन्मूलन हेतु घर-घर कालाजार के मरीजों की खोज 27 जुलाई से शुरू हुई जो 5 अगस्त तक की जाएगी।

सिविल सर्जन ने बताया कि जिले के संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता अपने-अपने पोषक क्षेत्र में घर-घर जाकर मरीजों की खोज कर रहीं हैं। साथ ही इस बीमारी के शुरुआती लक्षण, कारण, बचाव एवं उपचार की भी जानकारी दी जा रही है। ताकि ऐसे मरीज शुरुआती दौर में ही बीमारी की पहचान कर समय पर अपना इलाज शुरू करा कर ठीक हो सकें।वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि जिले में घर-घर कालाजार मरीज खोज अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।

वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया की कालाजार मरीजों के जाँच की सुविधा जिले के सभी पीएचसी में नि:शुल्क उपलब्ध है। जबकि, सदर अस्पताल में समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध है।भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार व भीडीसीओ कंसल्टेंट अभिषेक कुमार ने बताया कि मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने पर सरकार द्वारा 7100 रुपये की राशि दी जाती है।

पीकेडीएल मरीजों को पूर्ण उपचार के बाद सरकार द्वारा 4000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिये जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार का लक्षण हो सकता है। भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना भी कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं।