जिला के सभी महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जलाभिषेक के लिए रात से लगी लंबी कतार

जिला के सभी महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़, जलाभिषेक के लिए रात से लगी लंबी कतार

जिला के सभी महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जलाभिषेक के लिए रात से लगी लंबी कतार

 प्रशासन द्वारा व्यापक पुलिस बल की व्यवस्था

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी,पू०च०।
महाशिवरात्रि के अवसर पर अरेराज स्थित सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर बाबा केसर नाथ मंदिर सुगौली पंचमुखी मंदिर में अहले सुबह से श्रद्धालुओं की बड़ी तादाद में भीड़ जुट गई है. मंदिर में भोलेनाथ को जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से रात के दो बजे ही मंदिर का पट खोल दिया गया.

वहीं मंदिर के अंदर अरघा के द्वारा बाबा सोमेश्वरनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की व्यवस्था की गई. वहीं प्रशासन के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर पुलिस की व्यवस्था की गई है. आज सुबह से ही जिले में एसडीओ और डीएसपी शहरी इलाकों के मंदिरों की व्यवस्था की मुआयना कर रहे हैं.

अरेराज स्थित सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है. इन कथाओं के अनुसार जब राजा सोम ने इस मंदिर की स्थापना की थी. इस कारण ही उनके नाम पर इस मंदिर का नाम सोमेश्वरनाथ पड़ा है. इस मंदिर में लोगों के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से जो भी मन्नतें मांगी जाती है. उसे सोमेश्वरनाथ पूरी करते हैं.

महंथ रविशंकर गिरी ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर हर साल लाखों श्रद्धालु इस मंदिर में जलाभिषेक करने आते हैं. बिहार के अलावे उत्तरप्रदेश और पड़ोसी देश नेपाल के भी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और पूजा अर्चना करते हैं. इसलिए ज्यादा भीड़ को देखते हुए मंदिर में अरघा से जलाभिषेक करने की व्यवस्था की गई है. क्योंकि मंदिर गर्भ गृह में भीड़ को नियंत्रित करना काफी मुश्किल हो जाता है.

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से सुबह दो बजे से ही मंदिर का पट खोल दिया गया. अरेराज डीएसपी रंजन कुमार ने बताया कि कांवरियों के अलावा अन्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर व्यापक पुलिस बल की व्यवस्था की गई है. मंदिर परिसर के अलावे आसपास में लगे सीसीटीवी को लगातार मॉनिटरिंग किया जा रहा है.

यहां चप्पे-चप्पे पर महिला और पुरुष पुलिस बल की व्यवस्था की गई है. वहीं ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है.