पारु से फीता काट सिविल सर्जन ने की आइआरएस के द्वितीय चक्र की शुरूआत

पारु से फीता काट सिविल सर्जन ने की आइआरएस के द्वितीय चक्र की शुरूआत

पारु से फीता काट सिविल सर्जन ने की आइआरएस के द्वितीय चक्र की शुरूआत

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मुजफ्फरपुर।
आईआरएस द्वितीय चक्र के तहत 60 दिवसीय सिंथेटिक पैराथायराइड (एसपी) पाउडर के छिड़काव की शुरूआत पारु में  सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने फीता काट कर की। इस मौके पर उन्होंने छिड़काव दल के वाहन को हरी झंडी दिखा कर कालाजार से अति प्रभावित राजस्व ग्राम आनंदपुर खरौनी के लिए  रवाना किया। पारु प्रखंड में कालाजार प्रभावित 46 राजस्व ग्रामों में तथा पूरे जिले में 70 दल 288 राजस्व गांवों में एसपी पाउडर का छिड़काव करेगी।

इसके अलावा कुढ़नी समेत अन्य प्रखंडों में भी द्वितीय चक्र के छिड़काव की शुरुआत हो गयी। सिविल सर्जन ने बताया कि पूरे जिले में 23 हजार 09 घरों में यह छिड़काव कराया जाएगा, जिससे एक लाख 12 हजार 758 लोग लाभान्वित होंगे।जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि छिड़काव से संबंधित गांव के विद्यालयों में आशा के सहयोग से कालाजार कक्षा का आयोजन होगा। जिसमें छिड़काव पूर्व एवं छिड़काव पश्चात बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बच्चों को बताया जाएगा।

इसके साथ ही संबंधित गांव में छिड़काव की तिथि बच्चों की कॉपी में लिखवाई जाएगी। कॉपी में अंकित तिथि को बच्चे अपने मां तथा पिता को इसे अवश्य दिखाएंगे।जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि छिड़काव के दौरान प्रतिवेदित नए कालाजार मरीजों के गांवों में भी फोकल छिड़काव कराया जाएगा। छिड़काव पश्चात बचत मानव दिवस से जिले के वैसे गांवों में फोकल छिड़काव कराया जाएगा,

जहां द्वितीय चक्र के दौरान पुनः उसी गांव में कालाजार मरीज प्रतिवेदित होते हैं।डॉ सतीश कुमार ने बताया कि 60 दिनों तक चलने वाले इस छिड़काव में घरों की दिवालों के छह फुट तक के भाग में किया जाएगा। जिसमें घर के कमरे तथा गौशाला भी शामिल है। छिड़काव के बाद तीन महीने तक घर में रंगाई या पुताई नहीं करानी है। इस मौके पर जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, बीडीओ ओम राजपूत, एमओआइसी डॉ जीतेन्द्र कुमार, डॉ दिव्या भारती, भीबीडीसी पुरूषोत्तम कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।

छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल: 
- छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।
- घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, बथान एवं गोहाल आदि के अन्दरूनी दीवारों पर छह फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं। -छिड़काव के दो घंटे बाद ही घर में प्रवेश करें।
- छिड़काव के पूर्व भोजन सामग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर कर दें।
- ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, इससे कीटनाशक (एस.पी) का असर बना रहे।
- अपने क्षेत्र में कीटनाशक छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।