जदयू छोड़ कैलाश गुप्ता ने थामा राजद दामन बने बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव

जदयू छोड़ कैलाश गुप्ता ने थामा राजद दामन बने बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव

जदयू छोड़ कैलाश गुप्ता ने थामा राजद दामन बने बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव


कहा जदयू एवं राजद दोनों पार्टी व नेता एक ही सिद्धान्त के व्यक्ति है 

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०। 
सियासी रणनीति के साथ ही जद यू को छोड़ कैलाश गुप्ता ने भी राजद का दामन थाम लिया है। उन्हें राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ का प्रदेश महासचिव मनोनीत किया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए जनता दल यू शिक्षा प्रकोष्ठ बिहार के पूर्व प्रदेश महासचिव से राष्ट्रीय जनता दल बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ बिहार के नव मनोनित प्रदेश महासचिव कैलाश गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि जनता दल यू हो या राष्ट्रीय जनता दल, दोनों एक ही सिद्धान्त को मानने वाली पार्टी है।

नीतीश कुमार और लालू प्रसाद दोनों एक ही विचार धारा के व्यक्ति है। इन्हीं के विचारों को आदर्श व सामाजिक समरसता को मानने वाले प्रखर उर्जावान व यशश्वी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही बिहार और युवाओं का भविष्य है।कहा है कि नेताजी तेजस्वी यादव ने पार्टी के संगठनात्मक ढ़ाचा को प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नेतृत्व में बहुत ही मजबूत किया है। नेतृत्व अच्छा हो तो किसी भी संगठन में कार्यकर्ता जी जान लगा देते है।

राष्ट्रीय जनता दल में अच्छा नेतृत्व ही है कि पार्टी में एक कमर्ठ व जूझारू व राज्य के आला पुलिस अधिकारी अशोक कुमार गुप्ता आईपीएस ने (सेवा नि0 पुलिस महानिदेशक) बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला और आज राज्य के हजारों बुद्धिजीवियों को जोड़कर पार्टी को मजबूत बनाने में लगे है।श्री गुप्ता ने कहा कि नेता तेजस्वी यादव के द्वारा राज्य में युवाओं व हर तबके के लोंगो के लिए किए गए व किए जा रहे कार्यों में आस्था रखते हुए मैंने जनता दल यू0 को छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल का दामन थामा है।

मेरा पूर्व से ही गलती करने वालों का विरोद्ध करना तथा शिक्षकों, शिक्षविदो व बुद्धिजिवीयों के हक की लड़ाई लड़ना मुख्य उद्देश्य रहा है।राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह तथा नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राज्य के सभी जिलों में बुद्धिजिवीयों का एक समूह कायम कर पार्टी के संगठन को मजबूत करने तथा शिक्षकों, शिक्षविदो व बुद्धिजिवीयों के हक की लड़ाई लड़ने का कार्य ही मेरा मुख्य उद्देश्य रहेगा।