2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का रखा गया है लक्ष्य- सीएस डॉ अंजनी कुमार

2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का रखा गया है लक्ष्य- सीएस डॉ अंजनी कुमार

2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का रखा गया है लक्ष्य- सीएस डॉ अंजनी कुमार

- समाहरणालय कक्ष में एमडीए कार्यक्रम एवं एईएस पर स्वास्थ्य विभाग की हुई समीक्षात्मक बैठक

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
मोतिहारी,पू०च०।
शुक्रवार को जिला समाहरणालय स्थित राधाकृष्णन भवन में जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार की अध्यक्षता में जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित टीकाकरण की जिलास्तरीय त्रैमासिक बैठक एवं खसरा-रूबैला उन्मूलन से संबंधित  तथा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। वहीँ चमकी बुखार पर नियंत्रण के लिए विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई। साथ ही सीएस डॉ कुमार ने फाइलेरिया उन्मूलन एमडीए प्रोग्राम 2023 एवं एईएस/ जेई नियंत्राणार्थ कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ पीपीटी के माध्यम से चर्चा की।

बैठक को जिले के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार, एसीएमओ डॉ रंजीत राय, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ,डीपीएम विश्वमोहन ठाकुर ने संबोधित किया। बैठक के दौरान पीपीटी के माध्यम से उपस्थित स्वास्थ्य व अन्य विभागों के अधिकारियों को आवश्यक जानकारी दी गई।मौके पर सीएस ने कहा कि 2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। फाइलेरिया (हाथी पाँव) रोग से बचाव को निर्धारित आयु वर्ग के लोगों को जागरूक करते हुए सर्वजन दवा 10 फरवरी 2023 से खिलाई जा रही है।

अभी तक लगभग 40 प्रतिशत लोगों को सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत 2 वर्ष से ऊपर के सभी स्वस्थ एवं योग्य व्यक्ति को डीइसी  एल्बेंडाजोल की दवा आशा, आशा फैसिलिटेटर के द्वारा खिलाई जा रही है।सीएस ने कहा कि एईएस जेई से बचाव हेतु  प्रचार प्रसार व्यापक पैमाने पर कराना सुनिश्चित करें। एईएस/जेई नियंत्राणार्थ तैयारी हेतु संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ससमय एमओ/ हेल्थ ऑफिशियल आदि का ट्रेनिंग कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने आईसीडीएस, शिक्षा विभाग, पंचायती राज, जीविका, सामाजिक संगठनों व अन्य सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को अभियान में सहयोग करने की अपील की।इस अवसर पर सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, जिलाकार्यक्रम,पदाधिकारी,महामारी पदाधिकारी,जिला कार्यक्रम प्रबंधक, यूनिसेफ,डब्ल्यू एचओ प्रतिनिधि,सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, पूर्वी चम्पारण जिलाकेयर इंडिया डिटीएल,डीपीओ केयर व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।