कोरोना के खिलाफ मजबूत लड़ाई में 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कोविड टीकाकरण
सत्येन्द्र कुमार शर्मा
सारण :- कोरोना के खिलाफ मजबूत लड़ाई में अब 12 से 14 साल के बच्चों को कोविड का टीका लगाया जाएगा।
बच्चों को कॉर्बेवैक्स वैक्सीन दी जाएगी।
वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक दी जायेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किया है।
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिले में कोविड टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के खिलाफ 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण बुधवार यानी 16 मार्च में शुरू होगा। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) देने के लिए कोमोरबिडिटी क्लॉज को हटा दिया जाएगा।
यानी अब सभी सीनियर सिटीजन प्रीकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे। 16 मार्च से 12 से 13 व 13 से 14 आयुवर्ग के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो रहा है। साथ ही 60+ आयु के सभी लोग अब प्रीकॉशन डोज लगवा पाएँगे। मेरा बच्चों के परिजनों व 60+ आयुवर्ग के लोगों से आग्रह है की वैक्सीन जरूर लगवाएँ।"वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित सभी नियमों का पालन करना होगा। टीकाकरण के प्रभाव को देखने के लिए बच्चों को आधे घंटे तक निगरानी में रखा जाएगा।
12-14 आयु वर्ग को दी जाएगी कॉर्बेवैक्स :
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई को 12-14 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को इसके कॉर्बेवैक्स वैक्सीन लगाने के लिए अपनी सिफारिश दी है। यानी भारत में 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को बायोलॉजिकल ई का कॉर्बेवैक्स टीका दिया जाएगा। 3 जनवरी से 15-18 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण शुरू किया था। अब तक, बच्चों को भारत बायोटेक के कोवैक्सिन शॉट्स दिए जाते थे।
60 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति ले सकता है प्रीकॉशन डोज:
अब 60 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज ले सकता है। इसके लिए बनाई गईं अनिवार्यताओं को खत्म कर दिया गया है। दरअसल, पहले फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों के लिए ही प्रीकॉशन डोज की अनुमति दी गई थी।
माता-पिता के मोबाइल नंबर का कर सकते हैं प्रयोग-
ऐसे बच्चे जिनके पास मोबाइल नहीं है वे माता-पिता के मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। नियम के मुताबिक एक मोबाइल से 4 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा।