बाल श्रम और बाल विवाह  एक सभ्य समाज के लिए कलंक और अभिशाप

बाल श्रम और बाल विवाह  एक सभ्य समाज के लिए कलंक और अभिशाप

बाल श्रम और बाल विवाह  एक सभ्य समाज के लिए कलंक और अभिशाप

प्रमोद कुमार 


मोतिहारी,पू०च०।
बाल श्रम और बाल विवाह  एक सभ्य समाज के लिए कलंक और अभिशाप है। जिसे हर हाल में खत्म करना होगा। उक्त बातें जिला श्रम अधीक्षक राकेश रंजन ने  सेव द चिल्ड्रेन और  श्रम संसाधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जिला स्तरीय किशोर-किशोरी सम्मेलन में कहीं। उन्होंने मोतिहारी स्थित नीजी होटल में आयोजित इस सम्मेलन में  कहा कि अपने समाज में अगर सब कुछ ठीक होगा तब ही हमारा देश अच्छा होगा। इसकी हमें नैतिक जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी।

उन्होंने कहा कि बाल श्रम और बाल विवाह अपने समाज से खत्म हो हम जानते हैं हम जानते है कि अच्छा  काम करने वाले के दुश्मन भी ज्यादा होते हैं लेकिन काम तो हमें करना है। अपने समाज के लिए अपने राष्ट्र और देश के लिए। श्री रंजन ने कहा कि बाल विवाह  रोकने वाली मौसमी का मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की बहादुर लड़की हमारे समाज में और भी बहुत सारे मौसमी हैं जिन्हें संरक्षण की जरूरत है और हमें उनका संरक्षण उनका सुरक्षा  होगा।

तभी हम बाल विवाह और बाल श्रम को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि चाइल्ड लेबर एक्ट 1986 कानून का रूप तो लिया मगर सामाजिक जागरूकता नहीं होने के कारण आज भी बाल विवाह और बाल श्रम जैसे  कुप्रथा जारी है। उन्होंने राजा राममोहन राय के समाज सुधार के संदर्भ में बातचीत की। राकेश रंजन ने कहा कि बच्चों की जगह विद्यालय खेल मैदान है।

बच्चे को लीग लोग कल कारखाने दुकान में काम करवाते हैं बच्चे डरते हैं। खुलकर विरोध नहीं कर पाते जिससे समाज के कुछ लोग उसका शोषण करते हैं। उसको रोकने की जवाबदेही हम सभी समाज के लोगों की है। इस अवसर पर जिला समन्वयक हामिद रजा ने कहा अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर आज समाज कल्याण विभाग महिला एवं बाल विकास निगम यूनिसेफ के सहयोग से सेव द चिल्ड्रेन द्वारा संचालित उड़ान प्रोजेक्ट के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

इस कार्यक्रम में पेंटिंग प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता और नाटक के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने की बात की गई है। इस सम्मेलन में  मेहसी कटहाँ पंचायत के पुष्पांजलि कुमारी चकिया ब्लाक के सागर पंचायत के चंदा कुमारी सहित सोनम राज गौतम नीलू कुमारी सृष्टि कुमारी संतोष कुमार सीमा कुमारी सीता कुमारी निभा कुमारी मौसमी कुमारी गिरजा कुमारी रूपम कुमारी सहित बड़ी संख्या में किशोर किशोरियों ने अपने बातों को रखा और  चित्रकला नाटक और भाषण के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर  श्रम अधीक्षक राकेश रंजन सेव द चिल्ड्रेन के जिला समन्वयक हामिद रजा, कृष्णा कुमार जितेंद्र कुमार सिंह, सुशील कुमार आजाद बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप के अमर, निर्देश की मधु कुमारी, सहित विकास मित्र अध्यक्ष विपिन कुमार राम, राम कुमार रंजन, सुमित्रा कुमारी, प्रिया रानी ध्रुव कुमार बैठा शम्भू राम पंकज कुमार बबीता कुमारी कविता कुमारी प्रेम शिला देवी, प्रेम शिला देवी सहित करीब 70 लोगों ने इस सम्मेलन में भाग लिया।