दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना समस्या नहीं फाइलेरिया परजीवी के मरने का है एक शुभ संकेत

दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना समस्या नहीं फाइलेरिया परजीवी के मरने का है एक शुभ संकेत

दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना समस्या नहीं फाइलेरिया परजीवी के मरने का है एक शुभ संकेत

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 
वैशाली। 
अफवाह फैलते देर नहीं लगती। यह ऐसी आग है जो बिना आग और हवा के जोर पकड़ती है। ऐसी ही कुछ अफवाह जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाई जाने वाली दवा को लेकर पकड़ी। बिना सच्चाई जाने ही कुछ बच्चों में सामान्य लक्षण पर ही लोगों के बीच भ्रम फैलने लगी। हालांकि कुछ ही समय में सब सामान्य हो गया।

भ्रांतियों के फैलते ही जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ गुड़िया कुमारी सक्रिय हो गयी और पानापुर गांव पहुंची जहां कुछ लोग दवा खाने से इंकार कर रहे थे। डॉ गुड़िया बताया कि लोगों को यह भ्रम है कि दवा खाने से कुछ हो जाएगा। फाईलेरिया रोधी दवाएं गुणवत्ता एवं प्रभाव स्तर पर पूर्णता सुरक्षित है। जिन बच्चों में दवा सेवन के बाद उल्टी, चक्कर एवं सर दर्द जैसी शिकायत आयी है, उनके क्षेत्र में फाइलेरिया परजीवी का संक्रमण होने की पुष्टि होती है।

इसे आसान शब्दों में समझें तो यह है कि दवा सेवन के बाद अगर किसी तरह की शारीरिक शिकायत होती है तो यह स्पष्ट होता है कि शरीर में पहले से फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे। दवा सेवन से परजीवी मरते हैं, जिसके कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है। अगर इसे दूसरे रूप में समझें तो यह एक शुभ संकेत है कि दवा फाइलेरिया परजीवी को मारने में असरदार साबित हो रही है।

एक महत्वपूर्ण बात हमेशा याद रखें कि दवा का सेवन कभी भी खाली पेट नहीं करें।डॉ गुड़िया ने बताया कि इस दवा का सेवन खाली पेट में बिल्कुल नहीं करना है। पातेपुर में या तो कुछ बच्चों ने भरपेट खाना नहीं खाया होगा तभी उनमें कुछ प्रतिकूल लक्षण प्रकट हुए होगें। सोमवार को मैं खुद पातेपुर जाकर परिस्थिति को समझूंगी। वहां के अधिकारियों ने कहा है कि किसी भी बच्चों में चिंता वाली कोई स्थिति नहीं थी।

सामान्य दवाओं के इस्तेमाल के बाद वह सामान्य हो गए। सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत अगर किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो बेझिझक नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाए्ं। आशा के पास भी क्विक रिस्पांस टीम बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है. गाँव से लेकर जिला स्तर पर स्वाथ्य कर्मी किसी भी तरह की समस्या से आपको बचाने के लिए तैयार हैं. आइये एक बार फ़िर एक जुट होकर दवा सेवन का संकल्प लें और फाइलेरिया को दूर भगाएं