टीबी पॉजिटिव मरीजों के परिजनों को खिलाई गयी टीपीटी दवा

टीबी पॉजिटिव मरीजों के परिजनों को खिलाई गयी टीपीटी दवा

टीबी पॉजिटिव मरीजों के परिजनों को खिलाई गयी टीपीटी दवा

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
वैशाली।
सहदेई बुजुर्ग प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी की अध्यक्षता में मुरव्वतपुर पंचायत को टीबी मुक्त कराने के लिए समीक्षात्मक बैठक की गयी। इस बैठक में टीबी मुक्त पंचायत मुरव्वतपुर में किए गए कार्यों  की विस्तृत समीक्षा की गयी। इस बैठक में पूर्व सीडीओ और डॉक्टर फॉर यू के डॉ एसके रावत भी शामिल थे।

डॉ केसरी ने बताया कि 14 हजार वाली इस आबादी में टीबी के नए रोगियों की खोज के लिए 13 टीम बनायी गयी थी। प्रत्येक वार्ड में एक स्वास्थ्य परामर्शी, एक आशा तथा 7 पर्यवेक्षक और एक नोडल पदाधिकारी डॉ जेएन पांडेय को तैनात किया गया था। इनके द्वारा 27 जून से 1 जुलाई तक घर-घर जाकर टीबी के संदिग्धों की जांच की गयी।

जिसमें 7 नए मरीज टीबी पॉजिटिव मिले। जिनका तुरंत इलाज शुरु कर दिया गया। जिन घरों में टीबी के सक्रिय मरीज मिले हैं उनके घरों के प्रत्येक सदस्यों की एक्स रे जांच की गयी तथा उन सभी को टीपीटी की दवा खिलाई।डॉ केसरी ने बताया कि टीबी पूरे शरीर में होने वाला रोग है। यह सिर्फ बालों और नाखून में नहीं हो सकता। इसलिए हमें ऐसे संक्रामक रोगों से बचना होगा। टीबी की नियत समय पर पहचान करनी होगी ताकि उसका सफल उपचार हो सके।

अब एमडीआर जैसी घातक टीबी का भी सरल उपचार मौजूद है। सहदेई बुजुर्ग के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी ने बताया कि मुरव्वतपुर की तरह ही प्रखंड के अन्य पंचायतों में स्वास्थ्य परामर्शी और आशा कार्यकर्ता के द्वारा टीबी के सक्रिय रोगियों की खोज की जाएगी, ताकि सहदेई बुजुर्ग प्रखंड को टीबी मुक्त बनाया जा सके।

इस मौके पर डॉ रावत ने कहा कि इस आंदोलन को जन आंदोलन के रूप में सरकारी एवं निजी चिकित्सकों के सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है। मौके पर डॉ सुनील केसरी, डॉ एसके रावत के अलावा डॉ रश्मि शर्मा, डॉ जीएन पांडेय, डॉ अनीता चौधरी, स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार दुबे, लेखपाल रितेश कुमार, सुरेंद्र पासवान सहित अन्य परामर्शी उपस्थित थे।