बिहार का 110 वां जन्मोत्सव धूमधाम से 

बिहार का 110 वां जन्मोत्सव धूमधाम से 

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण :- जिले के बनियापुर प्रखंड में बिहार का 110 वां जन्मोत्सव व "बिहार दिवस" सभी विद्यालयों में धूमधाम से मनाया गया। 
इस मौके पर सभी विद्यालयों में सुबह प्रभात फेरी निकाली गई। कई तरह के कार्यक्रमो का आयोजन भी किया गया। इस साल बिहार दिवस का मुख्य विषय "जल जीवन हरियाली, दहेज प्रथा ,मध निषेध एवं सरकार द्वारा संचालित सात निश्चय कार्यक्रम" रखा गया था।

स्कूलों में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रभात फेरी के उपरांत वाद विवाद पेंटिंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूलों में शिक्षकों के द्वारा बिहार का प्राचीन एवं गौरवशाली इतिहास के साथ ही बिहार राज्य की स्थापना में विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों जैसे डॉक्टर सच्चिदानंद सिन्हा आदि के बारे में बताया गया। इसके साथ ही घट रहे वणों से उत्पन्न विभिन्न समस्याएओं के समाधान एवं वणों के महत्व के बारे में बताया गया।

समाज में नशा से उत्पन्न विभिन्न तरह की समस्यायों से छात्रों को अवगत कराया गया एवं इसके समाज पर पड़ने वाले कुप्रभाव के बारे में बताया गया। दहेज रुपी दानव से उत्पन्न विभिन्न समस्याएओ पर प्रकाश डाला गया।


बिहार के महान विभूति गौतम बुद्ध, महावीर ,कौटिल्य, आर्यभट्ट गुरु गोविंद सिंह ,बाबू कुंवर सिंह, शेरशाह सूरी ,जयप्रकाश नारायण जैसे महत्वपूर्ण विभूतियों के कार्य एवं जीवन परिचय से अवगत कराया गया।

बिहार के गौरवशाली  ऐतिहासिक स्थल नालंदा विश्वविद्यालय, तक्षशिला विश्वविद्यालय, सारन के चिरांद, मौर्य वंश ,गुप्त वंश एवं अशोक के महान कार्यों से अवगत कराया गया। बिहार राज्य की स्थापना कैसे हुई, इनमें किन-किन व्यक्तियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा ,  छात्रों को जानकारी दी गई।

डॉ.सच्चिदानंद सिन्हा को आधुनिक बिहार का निर्माता कहा जाता है। 12 दिसंबर 1911 ई को दिल्ली में आयोजित शाही दरबार में बिहार एवं उड़ीसा के क्षेत्र को बंगाल से पृथक करके प्रांत में संगठित करने की घोषणा सम्राट जॉर्ज पंचम द्वारा की गई। 22 मार्च 1912 को बंगाल से अलग होकर बिहार उड़ीसा का गठन हुआ । इस घोषणा के अनुसार 1 अप्रैल 1912 को बिहार एवं उड़ीसा नए प्रांत के रूप में विधिवत स्थापित हो गए।

महात्मा गांधी ने अपना पहला आंदोलन बिहार के धरती चंपारण से शुरू किया। अगस्त क्रांति में बिहार की अग्रिम भूमिका रही। बनियापुर के मध्य विद्यालय बालक के प्रधानाध्यापक मनोज प्रसाद, उत्क्रमित मध्य विद्यालय डूंगरपुर पट्टी के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र प्रसाद साह, प्राथमिक विद्यालय आनंदपुर के नीरज कुमार,

प्राथमिक विद्यालय उर्दू के सफायत हुसैन, मध्य विद्यालय सतुआ हिंदी के मोहम्मद गुलाम अब्बास, प्राथमिक उर्दू विद्यालय बनियापुर के आफताब आलम आदि शिक्षकों ने अपने विद्यालय में बिहार दिवस कार्यक्रम को सफलता पूर्वक आयोजन किया।