मेहसी प्रखंड में भीमलपुर जंगल का संयुक्त निरीक्षण जिला पदाधिकारी एवं वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा किया गया

मेहसी प्रखंड में  भीमलपुर जंगल का संयुक्त निरीक्षण जिला पदाधिकारी एवं वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा किया गया

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी

जिला अंतर्गत मेहसी प्रखंड में अवस्थित भीमलपुर जंगल का संयुक्त निरीक्षण जिला पदाधिकारी एवं वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा किया गया। यह मोतिहारी जिला अंतर्गत एकमात्र अधिसूचित वन भूमि है जिसका कुल रकबा 302 एकड़ है। जांच के दौरान वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा इस स्थल को यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क की तर्ज पर *गंडक बायोडायवर्सिटी पार्क* के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया गया जिसे जिला पदाधिकारी द्वारा सहमति जताई गई। यह वन भूमि भौगोलिक रूप से अत्यंत मनोरम स्थल है तथा बूढ़ी गंडक इस वन क्षेत्र के मध्य से बहती है जो इस क्षेत्र को अत्यंत रमणीय बनाती है। 


इस वन क्षेत्र के बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में विकास हेतु प्रथम phase में बूढ़ी गंडक नदी पर hanging bridge के निर्माण द्वारा वन भूमि के खंडों को जोड़ा जाएगा। साथ ही वन क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा ताकि पर्यटक प्रकृति का आनंद ले सकें। गंडक सफारी के माध्यम से नौकायन की सेवा भी विकसित की जाएगी।  

जिला पदाधिकारी द्वारा वन क्षेत्र के पहुंच पथ को सुगम बनाने हेतु RCD के माध्यम से सड़क से जोड़ने हेतु प्रारंभिक सर्वेक्षण के आदेश दिए एवं वन भूमि की अखंडता को बनाए रखने हेतु छिट पुट बंदोबस्त किए गए गैर मजरूआ जमीनों को बायोडायवर्सिटी पार्क के अधीन लाकर अन्यत्र बंदोबस्त किए जाने की संभावनाओं की तलाश करने हेतु भी निर्देशित किया गया। 


गंडक बायोडायवर्सिटी पार्क में इको पर्यटन विकसित करने हेतु वन विभाग द्वारा विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी एवं विभागीय अनुमति उपरांत वन प्रमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में वन भूमि में सभी विकास कार्यों को संपादित किया जाएगा। 


गैर वन भूमि के कार्य जिला पदाधिकारी के निर्देशन में संबंधित विभागों द्वारा संपादित किए जाएंगे। गंडक बायोडायवर्सिटी पार्क को विकसित करने के उपरांत लोगों के लिए खोला जाएगा जो बिहार में एकमात्र नदी आधारित बायोडायवर्सिटी पार्क होगा।