यूथ पीस फाउंडेशन ने सेंट्रल जेल में आयोजित किया महिला सशक्तिकरण सप्ताह
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
राष्ट्र के सम्पूर्ण विकास के लिए महिलाओं की सामाजिक आर्थिक सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों को बढ़ावा देना जरूरी है। साथ ही लैंगिक समानता की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना बहुत आवश्यक है। इस बात को ध्यान में रखते हुए यूथ पीस फाउंडेशन की टीम द्वारा 7 मार्च से 12 मार्च, 22 तक महिला सशक्तिकरण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
महिला सशक्तिकरण सप्ताह के तहत पूर्वी चम्पारण के जिले की सेंट्रल जेल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जेल के स्टाफ तथा महिला कैदियों ने भाग लिया।कार्यक्रम में प्रेरणादायक कहानियों तथा शांतिदूत प्रेम रावत के नारी बंदी निकेतन, लखनऊ में दिए गए उद्बोधन की सहायता से प्रतिभागियों को मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त रखने और एक बेहतर, मानवीय, शांतिमय जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया।
टीम द्वारा प्रेम रावत द्वारा लिखित बहुचर्चित पुस्तक 'हियर योरसेल्फ' की प्रति, जो न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर की सूची में शामिल है।वही जेलर को भेंट की गई। इस पुस्तक को भारतवर्ष के विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और केंद्रीय पुस्तकालयों में भी रखा जा रहा है।ताकि लोग अपने मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त रख सकें और एक बेहतर, मानवीय, शांतिमय जीवन जीने के लिए प्रेरित हों।प्रतिभागियों द्वारा यूथ पीस फाउंडेशन की टीम की सराहना की गई तथा भविष्य में भी टीम द्वारा ऐसे कार्यक्रम आयोजित
किए जाते रहें। इसके लिए भी अनुरोध किया गया|
महिला सशक्तिकरण सप्ताह के तहत भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों के 40 से भी अधिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं के लिए वर्चुअल तथा ऑफलाइन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
जिनमें कई इंजीनियरिंग, मेडिकल तथा मैनेजमेंट संस्थान शामिल होंगे|साथ ही टीम द्वारा भारत वर्ष के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में अपने बालिका स्वास्थ्य जागरुकता अभियान के तहत माहवारी के उचित प्रबंधन के लिए एनिमेटेड वीडियो इंटरैक्शन तथा सैनिटरी पैड के वितरण की सहायता से किशोरावस्था की बालिकाओं को जागरूक किया जा रहा है। सत्र में भाग लेने के बाद बालिकाओं का कहना है
कि टीम से प्रेरणा लेते हुए प्रयास करेंगे कि हम अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए और भी बालिकाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करेंगे।यूथ पीस फाउंडेशन एक लाभकारी संस्था है। जिसका उद्देश्य समाज में मानवता व शांति की संस्कृति का विकास करते हुए लोगों में सकारात्मक बदलाव लाना है।
अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए संस्था द्वारा नियमित रूप से
विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।जैसे सरकारी स्कूलों में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता अभियान व बालिका स्वास्थ्य जागरूकता अभियान, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम|