2016 से अनुदान बकाया वित्तरहित शिक्षकों की हालात बदतर
2016 से अनुदान बकाया वित्तरहित शिक्षकों की हालात बदतर
P9bihar news
सत्येन्द्र कुमार शर्मा,सारण :--
वितरहित शिक्षकों का जिलास्तरीय सम्मेलन जिले के धनौरा में सम्पन्न हुआ।जिले के गरखा प्रखंड अंतर्गत गगनदेव नारायण सिंह उच्च विद्यालय धनौरा में वितरहित शिक्षकों का जिलास्तरीय सम्मेलन जिला सचिव अशोक सिंह के नेतृत्व में सम्पन्न हुई।जांच के नाम पर वर्ष दो हजार सोलह से ही जिले के तमाम वितरहित शिक्षकों का अनुदान राशि बकाया है।
हर वर्ष दर्जनों शिक्षक विद्यालय से बिना अनुदान राशि लिए सेवा से अवकाश ग्रहण कर रहे हैं फिर भी सरकार को कोई चिंता नहीं हैं।विधानपरिषद चुनाव के पूर्व आश्वासन एवं सरकार की पहल कुछ देखने को मिली लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुआ ढा़क के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो गई।
सरकार एवं विभाग जांच के नाम पर वितरहित शिक्षकों का वर्षों से मानसिक एवं आर्थिक शोषण करते आ रही है। कई शिक्षक तो अनुदान के अभाव में दम तोड़ दिए।वितरित शिक्षकों का कहना है कि जिस आशा एवं विश्वास के साथ विद्यालय में सेवा दिए उसको लालू एवं नीतीश की सरकार ने पानी फेर दिया। जब जब चुनाव नजदीक आता है राजनैतिक दल हमारे वोट के लिए घरियाली आंशू बहाना शुरू कर देते हैं लेकिन वित्त रहित शिक्षकों का हितैषी कोई दल नहीं रहा है अन्यथा शिक्षक कर्मियों की स्थिति आज कुछ और ही होती।
सरकार एवं विभाग एक ओर जहां हर पंचायत में उच्च विद्यालय खोलने हेतु जमीन एवं शिक्षक की तलाश कर रही है वहीं पुर्व से कार्यरत वितरहित शिक्षकों को नजरंदाज कर दोहरे चरित्र को चरितार्थ कर रही है।
जिला सचिव अशोक सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि वितरहित विद्यालयों के पास शिक्षक, छात्र,भवन, परिसर, उपस्कर, पुस्तकालय लाईब्रेरी कक्ष सब कुछ उपलब्ध रहने के बावजूद भी सरकार इन शिक्षक संस्थानों का पूर्ण रूपेण अधिग्रहण नहीं किया।
बच्चों के परीक्षा-परिणाम के आधार पर जो अनुदान मिलता है वह भी आठ वर्षों से बाकी है जो जांच के नाम पर लटकाया गया हैं।वक्ताओं ने कहा कि अनुदान स्थापना स्वीकृति के समय जो मापदंड था उसी के अनुसार जांच भी होनी चाहिए। विभाग के पत्रांक 1021 के अनुसार यह नियम था कि एक किलोमीटर के परिधि में कोई भी मध्य विद्यालय उत्क्रमित नहीं होगा फिर अपने ही आदेश को नजरंदाज कर सरकार विद्यालय को उत्क्रमित कर माध्यमिक विद्यालय खोले रही है।
कार्यक्रम में चंद्रमोहन सिंह, रणवीर सिंह, जयप्रकाश सिंह, निर्भय सिंह,अमरेश गिरि, नंदकिशोर सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह राकेश कुमार सिंह,जाफर साहेब,धुरवनरायण सिंह,अरूण कुमार सिंह रणजीत सिंह, अशोक सिंह अभिमन्यु कुमार सिंह, रविराज सिंह, मुन्ना उपाध्याय,दीपक सिंह मुख्य रूप से शामिल हुए।