ई-संजीवनी के कार्यक्रम अंतर्गत जिले को राज्य रैंकिंग में मिला दूसरा स्थान : सीएस

ई-संजीवनी के कार्यक्रम अंतर्गत जिले को राज्य रैंकिंग में मिला दूसरा स्थान : सीएस

ई-संजीवनी के कार्यक्रम अंतर्गत जिले को राज्य रैंकिंग में मिला दूसरा स्थान : सीएस

- अक्टूबर माह में ई संजीवनी कार्यक्रम के तहत सबसे अधिक टेलीकंसल्टेशन ओपीडी करने पर हुआ चयन
- ई-संजीवनी कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज़ों के लिए कारगर
-ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से सामान्य स्वास्थ्य के लिए दिया जाता है परामर्श 

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी। संचार के माध्यम से गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों को चिकित्सीय सुविधाएं विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से मिलनी शुरू हो गई हैं। जिसका नतीजा यह है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को घर बैठे या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों से चिकित्सकों द्वारा सलाह एवं परामर्श मिलने के साथ ही दवाओं की उपलब्धता से कई तरह की बीमारियों का उपचार हो रहा है।

सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि ई-संजीवनी कार्यक्रम अंतर्गत माह अक्टूबर 2022 में ई संजीवनी कार्यक्रम के सबसे अधिक टेलीकंसल्टेशन ओपीडी करने के लिए पूर्वी चंपारण जिले को राज्य के रैंकिंग में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। जो जिले में चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए गए मेहनत का नतीजा है। उन्होंने जिला कार्यक्रम प्रबंधक के द्वारा सभी को बधाई देते हुए संबोधन किया गया कि इसी तरह अच्छा कार्य करते रहना है, और जिले को प्रथम स्थान पर लाना है।

ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से सामान्य स्वास्थ्य के लिए दिया जाता है परामर्श-

जिला अनुश्रवण पदाधिकारी भानु शर्मा ने बताया कि ई-टेलीमेडिसीन कंसल्टेंसी के माध्यम से सामान्य स्वास्थ्य, मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, संबंधित परामर्श के अलावा चिकित्सीय सेवाएं भी दी जाती हैं। वहीं जांच के लिए रक्त शर्करा (शुगर), उच्च रक्तचाप, पैथोलॉजी कोविड-19 एवं एनीमिया की जांच भी कराई जाती है। विशेषज्ञ चिकित्सकों से ई-टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से परामर्श लेने के बाद दवा का निःशुल्क वितरण भी किया जाता है। हालांकि कुछ वैसी बीमारियों को लेकर भी सलाह दी जाती है, जिसमें ब्लड जांच या अन्य कई प्रकार की जांच के बाद निःशुल्क दवा वितरण कर समय-समय पर संपर्क स्थापित करने की बात कही जाती है।

अनुश्रवण पदाधिकारी ने बताया कि टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से जो हमारे पंजीकृत सीएचओ/एएनएम होते हैं, वो ग्रामीण क्षेत्रों में आए हुए मरीजों का उपचार हेतु ईसंजीवनी ऐप के माध्यम से उनको पंजीकरण कर, हब के रूप में कार्य कर रहे चिकित्सा पदाधिकारियों से संपर्क करवाते हुए उनका इलाज करवाते हैं। टेलीकंसल्टेशन के दौरान जो उनको दवाइयों प्रेसक्राइब या फिर उनको स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हुई है, उसका प्रिसक्रिप्शन जनित ऑनलाइन होता है ,और वही प्रिसक्रिप्शन मरीज के मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से जाता है, जिससे वहां पर पदस्थापित सीएचओ, एएनएम उसके हिसाब से उनको दवा उपलब्ध करवाते हैं।

9714 ओपीडी कंसल्टेशन ईसंजीवनी के माध्यम से कराया गया-

अनुश्रवण पदाधिकारी भानु शर्मा ने बताया कि अक्टूबर 2022 में पूर्वी चंपारण जिले के द्वारा कुल 9714 ओपीडी कंसल्टेशन ईसंजीवनी के माध्यम से कराया गया जिसमें पूर्वी चंपारण को पूरे राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ|

ई संजीवनी के माध्य्म से आसानी पूर्वक इलाज संभव-

सदर प्रखंड मोतिहारी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रवण कुमार पासवान ने बताया कि प्रखंड के सुदूरवर्ती लोग जो इलाज के लिए बाहर नहीं निकल सकते, जिनको संसाधनों का अभाव है, वैसे लोगों के लिए ई संजीवनी के माध्य्म से आसानी पूर्वक इलाज उपलब्ध हुआ है। उन्होंने बताया कि मरीज़ों को टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श के साथ ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा का वितरण भी किया जाता है।

एक महीने के अंदर सबसे ज़्यादा बुख़ार, हाइपरटेंशन, सर्दी, खांसी, गठिया, ब्लडप्रेशर, शुगर सहित नवजात शिशुओं से संबंधित मरीजों की संख्या ज्यादा रही। ई-टेलीकंस्लटेंसी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से देश के किसी भी दिशा में रहने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों से संपर्क स्थापित कर बीमारियों से संबंधित चिकित्सीय सलाह ली जा सकती है।