एमजीसीयू में एक पेड़ मॉं के नाम अभियान के अंतर्गत पौधरोपण
एमजीसीयू में एक पेड़ मॉं के नाम अभियान के अंतर्गत पौधरोपण
P9bihar news
प्रमोद कुमार शर्मा
मोतिहारी। राष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रही वर्तमान सरकार प्रकृति से जुड़कर जीवन जीने की प्राचीन भारतीय संस्कृति के महत्व को समझते हुए तथा पर्यावरण की वैश्विक समस्या के समाधान हेतु प्रयत्नशील है। प्राकृतिक संसाधनों का आवश्यकतानुसार उपयोग करना भारतीय जीवन शैली का मूल है।
महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी ,बिहार भी राष्ट्र के उन्हीं प्राचीन भारतीय संकल्पों को जनमानस के बीच पहुँचाने तथा उन्हें भारतीय जीवन शैली को को अपनाने हेतु प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उक्त बातें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.संजय श्रीवास्तव ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के अंतर्गत विश्वविद्यालय के गाँधी भवन परिसर में आयुर्वेदीय तथा अन्य प्राकृतिक पौधों के रोपण के अवसर पर कहीं।
उन्होंने सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को प्रकृति के साथ जुड़कर जीवन जीने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
प्रो. श्रीवास्तव ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति प्राकृतिक संसाधनों के तीव्र दोहन की संस्कृति से पोषित है, जिसका प्रभाव भारतीय जनमानस पर भी पड़ा और जिसके परिणामस्वरूप अनेक भौतिक समस्याएं जन्म ले लीं। इन सबको ध्यान में रखते हुए वर्तमान सरकार प्रकृति के साथ जुड़कर जीवन जीने की प्राचीन भारतीय संस्कृति के संकल्पों की पुनर्स्थापना हेतु कृत संकल्पित है।
वृक्षारोपण के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलानुशासन प्रो प्रसून दत्त सिंह, माननीय कुलपति के विशेष कार्याधिकारी डॉ पाथलोथ ओंकार, संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ श्याम कुमार झा, सह छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ बबलू पाल, संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ बिश्वजीत बर्मन ,समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ अनुपम कुमार वर्मा तथा अन्य विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।