एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
शशांक मणि त्रिपाठी
मोतिहारी,पू०च०।
नाबार्ड द्वारा ज़िले के बंजरिया प्रखंड में महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान नाबार्ड के पूर्वी चंपारण ज़िला के ज़िला विकास प्रबंधक, आनंद अतिरेक ने प्रतिभागियों को स्वयं सहायता समूह की उत्पत्ति और मूल अवधारणा की जानकारी दी।
उन्होने ग्रामीण विकास के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से महिलाओं को अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के उत्थान में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आजीविका हेतु समूह के माध्यम से कार्य करने का अनुरोध किया। उन्होने नाबार्ड की कई योजनाओं जैसे की एमईडीपी, एलईडीपी, फॉर्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस आदि के बारे मे जानकारी दी और बताया की महिलाएं किस तरह से नाबार्ड की योजनाओं का लाभ उठा सकती हैं।
साथ ही प्रधानमंत्री के प्राकृतिक खेती की संकल्पना को सार्थक करने हेतु समूहों को जैविक खाद का उपयोग करने की सलाह दी। संजय सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक, पूर्वी चंपारण ने प्रतिभागियों से समूह के कार्यों हेतु बैंक से ऋण लेने पर ज़ोर दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि ऋण राशि का उचित उपयोग किया जाए और समय पर बैंक को वापस दिया जाए।
इससे समूह की साख बनी रहेगी। जीविका के वित्तीय समावेशन प्रबंधक मनोज कुमार और प्रशिक्षण प्रबंधक प्रकाश कुमार ने जीविका की योजनाओं से प्रतिभागियों को अवगत कराया। मनोज कुमार ने कहा कि जीविका द्वारा सभी स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के जीविकोपार्जन हेतु जीविका द्वारा समूह के माध्यम से बैंकों द्वारा ऋण की उचित व्यवस्था की जा रही है। इसके माध्यम से सदस्य विभिन्न गतिविधियाँ/व्यवसाय अपना रहे हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आगे बढ़कर कार्य करने को कहा। कार्यक्रम में कुल 45 महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण में कृषक विकास समिति (NGO) के अध्यक्ष उमा शंकर प्रसाद भी उपस्थित थे। जिन्होने डीडीएम और एलडीएम को एसएचजी महिलाओं के द्वारा की जा रही कई जीविकोपार्जक गतिविधिओं के बारे मे जानकारी दी ।