संसार में भूख से बड़ा दूसरा कोई शत्रु नहीं
रिपोर्टर नितेश कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
संसार में भूख से बड़ा दूसरा कोई शत्रु नहीं है अगर आप जीवन में दान ही करना चाहते हैं तो अन्न का दान करें इससे बड़ा दुनिया में कोई दूसरा दान ही नहीं होता है जिससे आप सिर्फ उस व्यक्ति के भूख को तृप्ति नहीं बल्कि उस परमात्मा को भी संतुष्ट कर रहे होते हैं उक्त बातें प्रत्येक शनिवार को नगर में चलाए जा रहे देवराहा बाबा गुरुकुल आश्रम सेवा परिषद और सीतादेवी ओंकारनाथ जालान सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में अन्नपूर्णा रसोई कार्यक्रम के संयोजक आश्रम सह सचिव राम भजन ने कहा !अन्नपूर्णा रसोई की चौथी सेवा आज देवराहा बाबा गुरुकुल आश्रम के प्रांगण में सैकड़ों जरूरतमंदों को बैठाकर भोजन करा कर किया गया मौके पर आश्रम अध्यक्ष श्री विनय कुमार शर्मा ने कहा कि अन्न प्राण है इसलिए इसका दान प्राण के समान है यह सभी दानों में श्रेष्ठ और ज्यादा फल देने वाला माना गया है सेवा संस्थान की यह योजना नर सेवा नारायण सेवा के तर्ज पर सराहनीय है कार्यक्रम को सफल बनाने में आश्रम सचिव डॉ जय गोविंद प्रसाद ,सेवा संस्थान के विनोद जालान राजेंद्र जालान, मधुसूदन जालान, दिलीप केसरी, पप्पू कुमार निकेश कुमार ,सुधीर कुमार ,आशीष कुमार, विक्की कुमार आदि लोग लगे रहे।