शिक्षा के क्षेत्र में मौलाना आजाद योगदान अविस्मरणीय: एसडीएम
शिक्षा के क्षेत्र में मौलाना आजाद योगदान अविस्मरणीय: एसडीएम
P9bihar news
प्रमोद कुमार शर्मा
मोतिहारी। शिक्षा के क्षेत्र में देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने स्वतंत्र में शिक्षा व्यवस्था को एक मजबूत आधार प्रदान किया। श्रीमती श्वेता ने गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की वकालत करते हुए कहा कि शिक्षक सभी बच्चों को अपना बच्चा समझें। समारोह को संबोधित करते हुए मेयर प्रीति गुप्ता ने कहा कि मौलाना आजाद ने नर-नारी शिक्षा में भेदभाव के पक्षधर नहीं थे।
उन्होंने सबों एक समान शिक्षा का अवसर प्रदान करने की वकालत की थी। 6 से 14 वर्ष के बच्चों को नि: शुल्क व अनिवार्य शिक्षा उनके ही सोच का नतीजा है। मौके पर उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा अब्दुस्सलाम अंसारी ने कहा कि मौलाना आजाद का व्यक्तित्व और कृतित्व हर दौर के लिए प्रसांगिक है।
उनके कारनामों से नई पीढ़ी को अवगत कराना बेहद जरूरी है। श्री अंसारी ने कहा कि शिक्षा समग्र विकास कुंजी है। हाल के दिनों में शिक्षा की रोशनी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक पहुंचा है। छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पहुंचाने में गुरू जनों की भूमिका बेहद है। ऐसे में उन्होंने शिक्षकों से स्वाध्यायी बनने का आह्वान किया।
मौके मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय के व्याख्याता प्रो. अबरारूल हक ने मौलाना आजाद के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। जबकि समालोचक डा. नसीम अहमद नसीम कहा कि मौलाना आजाद राजनीति, शिक्षा, साहित्य, पत्रकारिता जैसे कई क्षेत्रों के हस्ताक्षर थे।
अपनी पत्रकारिता और लेखनी से जहां उन्होंने ने स्वतंत्रता संग्राम को धार दिया वहीं आजादी के बाद उन्होंने अपनी प्रशासनिक योग्यता की बदौलत भारतीय शिक्षा व्यवस्था को मजबूत आधार प्रदान किया। मौके पर डीपीओ लेखा योजना अखिल वैभव, डा. मंजर नसीम, ढाका नगर परिषद के चेयरमैन मो. इम्तेयाज अख्तर, पूर्व मुख्य पार्षद मोहिबुल हक, सैयद साजिद रजा, फजले हक, ओजैर अंजुम,
मिन्हाज ढाकवी, मो. अमानुल्लाह, मेहरे आलम, अब्दुल अजीज, मो. इस्राफील, नईमुद्दीन सल्फी, अनीसुल हक सहित बड़ी संख्या शिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन अध्यक्ष नईमुद्दीन सल्फी व संचालन डा. अकील अहमद ने किया। मौके पर संगठन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने के लिए शिक्षक प्रमोद कुमार, हरेंद्र प्रसाद,
रमेश कुमार सिंह, सोहराब आलम, प्रियंका कुमारी, डा. नबीअतुल्लाह, हाफिज अबुल कलाम, मो. सैदुल्लाहअंसारी, तारिक जमाल, नीतेश्वर मिश्रा, ब्रजभूषण तिवारी, रज़िया खातून, मुमताज साबरी, मोहम्मद हासिम, केबीसी विजेता सुशील कुमार, मोहम्मद अली, ताहिरुल हक़ , नवाब खान, धीरज कुमार, यास्मीन प्रवीण, संजीदा खातून, मोजीबुर रहमान अंसारी ,
अरशद आलम, रुखसाना प्रवीण, इंजीनियर मुन्ना कुमार, मोहम्मद असलम, राजकिशोर पासवान आदि को मौलाना आजाद उत्कृष्ट शिक्षा सेवा सम्मान से नवाजा गया। वहीं चम्पारण फार्मेसी कॉलेज के संस्थापक डा. महफूज आलम को सर सैयद अहमद खां शिक्षा सम्मान, चिकित्सा के क्षेत्र में डा. अखलाक अहमद हकीम अजमल खां चिकित्सा सेवा सम्मान,
पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए सैयद इम्तेयाज अहमद व इंतेजारूल हक को पीर मोहम्मद मोनिस पत्रकारिता सम्मान, समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए आकिब शमशेर को खान अब्दुल गफ्फार खान सामाजिक खिदमत सम्मान और पर्यावरण संरक्षण के लिए मोतीझील बचाओ अभियान समिति को सम्मान प्रदान किया गया।