शुगर से बचाव को जीवनशैली में करें बदलाव : सीएस 

शुगर से बचाव को जीवनशैली में करें बदलाव : सीएस 

शुगर से बचाव को जीवनशैली में करें बदलाव : सीएस 

- सदर अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में मनाया गया विश्व मधुमेह दिवस
- शुगर की रोकथाम के लिए संयमित जीवन जरूरी

P9bihar news 

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी,

विश्व मधुमेह दिव के अवसर पर सदर अस्पताल में जाँच व जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार, एसीएमओ डॉ रंजीत राय एवं डीआईओ डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने किया। एनसीडी सेल मोतिहारी में 70 से अधिक मरीजों की शुगर, बीपी, वजन आदि की जांच की गई और गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पी के सिन्हा द्वारा शुगर के मरीजों को आवश्यक परामर्श दिया गया।

सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने कहा कि आने वाले समय मे यह रोग काफी तेजी से फैलेगा, कारण कि  विश्व का हर पांचवां व्यक्ति मधुमेह का रोगी है। उन्होंने बताया कि इस रोग का मुख्य कारण लोगों की गलत खान पान व जीवनशैली है। उन्होंने बताया कि भोजन में परहेज, व्यायाम और दवाओं के जरिए इस पर काबू पाकर लंबा और स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। ऐसे में आवश्यकता लोगों को जागरूक करने की है। इसे नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव लाने की जरूरत है।

पैदल चलने की आदत जरूरी:

गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पी के सिन्हा ने बताया कि आजकल लोग सुविधाओं का बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं, वाहन पर ही निर्भर हो गए हैं, तनाव अधिक ले रहे हैं। वहीँ पैदल चलना छोड़ दिए हैं जो शुगर के साथ ही, हृदय रोग, किडनी की समस्याओं को भी जन्म दे रही है इससे बचने के लिए पैदल चलने की आदत जरूरी है। उन्होंने बताया कि योग व व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। जो न केवल मधुमेह बल्कि अन्य बीमारियों जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग आदि से भी बचाएगा। अच्छा खानपान होना जरूरी है क्योंकि स्वास्थ्य ठीक होना संतुलित आहार पर भी निर्भर होता है।

मधुमेह के रोगी धूम्रपान से बनाए दूरी:

डीआईओ डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि मधुमेह के रोगियों को धूम्रपान से बचना चाहिए साथ ही आइसक्रीम, चीनी, गुड़, जैम, केक, पेस्ट्री आदि से दूर रहना चाहिए। मौके पर फिजियोथेरेपिस्ट उत्कर्ष उज्ज्वल, चांदसी कुमार, निलय कुमार, अवधेश शर्मा, मधु कुमारी, सिफार डीसी सिद्धान्त कुमार, नीतू यादव, ब्रजेश कुमार, सहित कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।