पल्स पोलियो अभियान का सोनपुर मेला सहित जिले के सभी प्रखंडों में शुभारंभ
पल्स पोलियो अभियान का सोनपुर मेला सहित जिले के सभी प्रखंडों में शुभारंभ
P9bihar news
सत्येन्द्र कुमार शर्मा, सारण:-- सोनपुर में सिविल सर्जन तो सदर अस्पताल में उपाधीक्षक ने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाकर पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की।
व्यस्तम इलाकों सहित रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड पर टीकाकर्मी को तैनात किया गया है:- सिविल सर्जन , सारण का कथन हैं।
कुल 5 लाख 67 हजार बच्चों के पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। डीआईओ, सारण का कथन है।
छोटे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होने के कारण संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। उपाधीक्षक , सारण का कथन है।
बच्चों में विकलांगता होने के प्रमुख लक्षणों में से एक पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए ऐतिहासिक हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में सारण जिले के सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने नवजात शिशु को पोलियो ड्रॉप पिलाकर अभियान की शुरुआत की।
वहीं सदर अस्पताल परिसर के सभागार में उपाधीक्षक डॉ सत्यदेव प्रसाद सिंह (डॉ.एसडी सिंह), जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविंद कुमार सहित कई अन्य के द्वारा बच्चों को पोलियोरोधी दवा की खुराक पिलाकर एक सप्ताह तक चलने वाले महाअभियान का शुभारंभ किया गया। पल्स पोलियो अभियान के तहत 10 दिसंबर से 5 दिनों तक चलने वाले इस चक्र में जिले के 6, 57, 434 घरों को लक्षित किया गया है।
इस दौरान 567080 बच्चों को पोलियोरोधी दवा की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। शहरी क्षेत्रों में पोलियो की खुराक पिलाने के लिए एनसीसी कैडेट्स को लगाया गया है।
इस अवसर पर सदर अस्पताल के प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ रंजितेश, यूनिसेफ की एसएमसी आरती त्रिपाठी सहित कई अन्य मौजूद रहे।
व्यस्तम इलाकों सहित रेलवे स्टेशन और बसस्टेंड पर टीकाकर्मी को तैनात किया गया है।
सोनपुर मेला में नवजात शिशु को पोलियोरोधी दवा की खुराक पिलाने के बाद जिले के सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि अभियान के दौरान पांच साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
सबसे अहम बात यह है कि पोलियो दवा की खुराक से कोई भी बच्चा वंचित नहीं रहे इसके लिए आवश्यक रूप से तैयारियां की गयी हैं। अधिक से अधिक बच्चों को इस अभियान से जोड़ने के लिए शहर व गांव के व्यस्त चौक-चौराहे, बसस्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित भीड़-भाड़ वाले अन्य जगहों पर टीकाकरण दल की प्रतिनियुक्ति की गयी है।
जो बाहर से आने-जाने वाले बच्चों को दवा पिलाकर कार्यक्रम की सफलता में अपना योगदान करेंगे।
कुल 5 लाख 67 हजार बच्चों के पोलियो की दवा की खुराक पिलाने का रखा गया लक्ष्य: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. चंदेश्वर सिंह ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान जिले के लगभग 5 लाख 67 हजार से अधिक बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिले के लगभग 6 लाख 57 हजार से अधिक घरों का लक्ष्य निर्धारित है। डोर टू डोर भ्रमण करने वाली 1481 टीम बनायी गयी है। वहीं ईट भट्ठा, घुमंतु बस्ती, चौक, चौराहों और आवागमन वाले चयनित स्थलों के लिए 252 टीम जबकि 36 भ्रमणशील टीम बनायी गयी है।
इसके सफल क्रियान्वयन के लिए 543 पर्यवेक्षकों को शामिल किया गया है। हालांकि वर्ष 2014 में भारत को पोलियों मुक्त किया जा चुका है लेकिन अभी भी कुछ पड़ोसी देशों में पोलियो वायरस संक्रमण जारी है। जिससे राज्य में पोलियो वायरस आने का खतरा बना हुआ है।
छोटे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण संक्रमित होने की संभावना अधिक: उपाधीक्षक सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सत्यदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो किसी व्यक्ति के शरीर को लकवाग्रस्त कर देता है। छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती
इसलिए उसे इस बीमारी से संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। इसे होने से पहले ही खत्म कर देने के लिए 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को
10 से 14 दिसंबर तक डोर टू डोर भ्रमण कर दवा पिलाई जाएगी।
जबकि पोलियो खुराक से वंचित बच्चों को 16 दिसंबर को विशेष रूप से क्षेत्र भ्रमण कर खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले ही जिला और प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स गठित की जा चुकी है।