समस्त कामनाओं की सिद्धि के लिए विजयादशमी को करें शमी व अपराजिता पूजन
समस्त कामनाओं की सिद्धि के लिए विजयादशमी को करें शमी व अपराजिता पूजन
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
आज लोक प्रसिद्ध विजयादशमी का पुनीत पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा और इसी के साथ नवरात्र व्रत का पारण व पूजा पंडालों में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन भी हो जाएगा।आश्विन शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को श्रद्धालु विजयादशमी उत्सव के रूप में मनाते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान राम ने लंकापति रावण के ऊपर विजय प्राप्त की थी।
वहीं दूसरी ओर माता दुर्गा ने भी इसी दिन महिषासुर का वध कर धरती को असुरों से मुक्त कराया था। यही कारण है कि दशहरा को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है।उक्त बातें महर्षिनगर स्थित आर्षविद्या शिक्षण प्रशिक्षण सेवा संस्थान-वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील कुमार पाण्डेय ने कही।
उन्होंने बताया कि आज के दिन शक्तिवृद्धि के लिए आयुध पूजन,विजय एवं कल्याण की कामना से अपराजिता पूजन एवं अमंगलों के शमन,पापों के शमन तथा दुःस्वपनों के नाश हेतु शमी पूजन किया जाता है । इसके साथ ही इस दिन जयंती ग्रहण एवं नीलकंठ दर्शन का भी विधान है ।