निःशुल्क भांग, दूध, बेलपत्र, फुल, अकवन इत्यादि का वितरण
निःशुल्क भांग, दूध, बेलपत्र, फुल, अकवन इत्यादि का वितरण
P9bihar news
प्रमोद कुमार शर्मा
मोतिहारी।
सावन के पावन महीना के शुभ अवसर पर निःशुल्क सेवा का सबसे बड़ा संस्थान सोशल स्माईल फाउंडेशन द्वारा नरसिंह बाबा मंदिर के प्रांगण में द्वितीय सोमवारी को निःशुल्क भांग, दूध, बेलपत्र, फुल, अकवन इत्यादि का वितरण किया गया। इस निःशुल्क सेवा का लाभ लगभग 100 से अधिक श्रद्धालुओं ने उठाया और हृदय पूर्वक इस नेक कार्य को सोशल स्माईल फाउंडेशन द्वारा किए जाने पर सराहा।
साथ ही मन्दिर में आए श्रद्धालुओं ने यह भी उम्मीद जताया कि ऐसा कार्यक्रम हर मंदिर प्रांगण में होना चाहिए, क्योंकि इस दिन सबसे ज्यादा बेलपत्र और अकवन मिलने में दिक्कत होता है।यह कार्यक्रम सुबह 5:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक चला, जिसमें 21 किलो दूध, भांग, बेलपत्र, फुल, अकवन को लुटिया में रखकर प्रत्येक श्रद्धालुओं के हाथ में दिया गया।फाउंडेशन के सचिव आनंद प्रकाश ने बताया कि सोशल स्माईल फाउंडेशन एक ऐसा संस्था है,
जो पर्यावरण, मानव और समाज के उत्थान के साथ-साथ लोगों की आस्था के प्रति भी जागरूक रहता है। हम लोग आने वाले दिनों में भी विभिन्न प्रकार के पर्व और त्योहारों में भी निःशुल्क कार्य करेंगे। जिन्हें लगता है कि सोशल स्माईल फाऊंडेशन से जुड़कर वह भी समाज, पर्यावरण और मानव के उत्थान हेतु कार्य करना चाहते हैं, तो ऐसे लोगों का भी तहे दिल से स्वागत है।
क्योंकि जब तक हम सभी एक होकर कार्य नहीं करेंगे, तब तक विकसित बिहार और विकसित भारत का बात नहीं कर सकते।फाउंडेशन के सदस्य देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सोशल स्माईल फाउंडेशन द्वारा किया जा रहे निःशुल्क कार्य को जब तक समाज के लोग आगे बढ़कर सहयोग नहीं करेंगे, तब तक ऐसी संस्था को आगे बढ़ाना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि हम लोग छोटे-छोटे संस्थाओं के नाम पर आपस में बट चुके हैं और कार्य के नाम पर केवल खाना पूर्ति होता है।
इस तरह हम विकसित भारत में अपना योगदान नहीं दे सकते। इसलिए तमाम छोटे-छोटे संगठनों से निवेदन है कि, हम लोग आपस में मिलकर एक लक्ष्य बनाकर मानव, पर्यावरण और समाज के उत्थान हेतु कार्य करे।वही फाउंडेशन के सदस्य राजन ने कहा कि आने वाले दिनों में हमलोग जो निःशुल्क रोटी बैंक का कार्यक्रम कर रहे हैं, उसे और बड़े पैमाने पर बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि अभी भी ऐसे बहुत से हमारे रिक्शा चालक, ऑटो चालक, फेरी वाले भाई भूखे सो जाते हैं।
क्योंकि इस महंगाई के दौर में उन्हें उतना पैसा नहीं मिल पाता, जिससे वह भरपेट खाना खा सके। क्योंकि उन्हें मजबूर होकर भूखे सोना पड़ता है, ताकि वह यह पैसा अपने परिवार के लिए भेज सके जिससे उनका भरण पोषण हो सके।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के कोषाध्यक्ष संजीव कुमार, प्रभात कुमार, राज गौरव, आदित्य राज रघु, राज इत्यादि ने अपना भरपूर योगदान दिया।