चम्पारण की खेती किसानी पर गंभीर संकट 

चम्पारण की खेती किसानी पर गंभीर संकट 

चम्पारण की खेती किसानी पर गंभीर संकट 

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मोतिहारी।
जल संसाधन का रखरखाव और भूगर्भ जल को सुनिश्चित करने के सवाल को लेकर मोतिहारी बेलबावाना स्थित आईडिया कार्यालय में बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप पूर्वी चम्पारण की बैठक में चिंता प्रकट करते हुए संयोजक अमर ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि चम्पारण की खेती किसानी पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक जिला में महज 30% धान की रोपनी हो पाई है।  

उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि खेती किसानी को बचाने के लिए जितना जल्द हो सके यहां के सभी प्राकृतिक जल स्रोतों, जल संसाधन यथा आहार,नहर, पईन, तालाब, पोखर, बितरणी,उप बितरणी और नलकूपों के मरम्मत तथा जीर्णोद्धार करने की आवश्यकता है।

बैठक की अध्यक्षता समीर दिग्गल डंकन हॉस्पिटल ने किया।बैठक में सेव द चिल्ड्रेन से हामिद रजा, सुमन कुमार, आइडिया से दिग्विजय कुमार, अभिषेक कुमार, भारतीय विकलांग जन संस्थान से अजहर हुसैन अंसारी, कैरीतास ग्लोबल प्रोजेक्ट से अमित राज, प्रयास से विजय शर्मा, कार्ड्स से शशि कुमार, कृषक विकास समिति से उमाशंकर प्रसाद, प्रेम स्टीफन और प्रथम संस्था राजीव रंजन , ज्ञानी जी बेतिया सहित भी डी एम सी के त्रिलोकी मुखिया, प्रहलाद प्रसाद  सहित अन्य साथी उपस्थित रहे।

 बैठक में सर्वसम्मति से 2 मिनट का मौन रखकर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली तथा बिहार सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 1 सप्ताह के फ्लैश फ्लड और भूस्खलन के कारण सैकड़ों व्यक्तियों ने अपनी जीवन खो दिया है उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।तत्पश्चात उपरोक्त आपदाओं से निबटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों से अपील करते हुए कहा गया है

कि उड़ीसा में जिस प्रकार वहां की सरकार ने जन भागीदारी को सुनिश्चित कर आपदाओं से निपटने के लिए  त्वरित टास्क फोर्स का निर्माण किया है। उसका अनुकरण बिहार समेत देश के सभी हिस्सों में किए जाने की आवश्यकता है।

बैठक में बिहार क्षेत्रों से उपरोक्त राज्यों में रोजी-रोटी की तलाश में तथा पढ़ाई के लिए गए छात्रों तथा युवा और प्रवासी मजदूरों की खोज खबर लेने हेतु सरकार को त्वरित तौर पर अधिकारियों का दल संबंधित राज्यों में भेजकर उन्हें सहायता पहुंचाने और उनका डेटाबेस करने की अपील की गई है।