प्रगति की ओर बढ़ रहा केन्द्रीय विश्वविद्यालय
प्रगति की ओर बढ़ रहा केन्द्रीय विश्वविद्यालय
-असीम क्षेत्रों में फल-फूल रहा केविवि
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय दिन प्रतिदिन सफलता की तरफ बढ़ रहा है। अब तक विवि ने लगभग सभी संभावित क्षेत्रों में अपनी असीम अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज करते हुए विशाल छलांग लगाई है। शुरू से अब तक विवि के प्रगतिशील उड़ान को आंकना महत्वपूर्ण है । वर्तमान समय में विवि द्वारा सामना किए जा रहे बुनियादी ढांचे और संसाधनों की कमी के बावजूद, यह अभी भी अपने कार्यवाहक कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश के कुशल नेतृत्व में तेजी से प्रगति कर रहा है। कुलपति द्वारा समय-समय पर विवि के प्रगति हेतु आधिकारिक बैठकें की जाती है ।
कुछ समय पहले ही कुलपति के अधीन भवन निर्माण समिति एवं योजना एवं अनुश्रवण बोर्ड की बैठक हुई जिसमें बोर्ड सदस्यों ने विश्वविद्यालय को आवंटित भूमि के सर्वेक्षण तथा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के लिए मास्टर प्लान तैयार पर विचार-विमर्श किया है । जिसके तहत अब तक विवि में भूमि अधिग्रहण, ई समर्थ, इन्टरनेट सुविधा, कैंटीन, नई शिक्षा नीति आदि तमाम आयामों क्षेत्रों में सुदृढ़ हो रहा है। अब 102 एकड़ जमीनी विस्तार भी पूरा हो गया है। साथ ही मगांकेविवि को आवंटित कुल 302 एकड़ में से 165.69 एकड़ के लिए मांग अनुरोध बिहार सरकार को की जा चुकी है।
हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी योजना (एनएमईआईसीटी) में शिक्षा के राष्ट्रीय मिशन के तहत एक ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म, समर्थ (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) ईआरपी विकसित किया है। जिसमें मगांकेविवि द्वारा इसे एक मानक ओपन सोर्स आर्किटेक्चर के रूप में अपनाया जा रहा है, जो इस विश्वविद्यालय के संकाय, छात्रों और कर्मचारियों के लिए गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था व उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करने में सहायक साबित होगा। कुलपति द्वारा विद्यार्थियों के शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को सुलभ बनाने हेतु इंटरनेट कनेक्टिविटी आधारित कक्ष-व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है जिसके, कारण इंटरनेट तक पहुंच परिवर्तन को प्रोत्साहित करेगी और एक ऐसा वातावरण तैयार करेगी जो सीखने को सार्थक और उत्तरदायी बनाएगा।
साथ ही साथ कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश द्वारा विवि परिवार को सस्ती कीमतों पर स्वच्छ भोजन और जलपान प्रदान कराने हेतु चाणक्य परिसर में कैंटीन सुविधा भी चालू करवाया गया है । विवि के स्थायी परिसर स्थित गांधी भवन के लिए भी यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। विश्वविद्यालय गांधी भवन परिसर में स्वच्छ भारत: एक पहल योजना के साथ-साथ "बेटी बचाओ" योजना के अनुरूप महिला कर्मचारियों, शिक्षकों और छात्रों के लिए सैनिटरी नैपकिन, डिस्पेंसर आदि आवश्यकताओं को देखते हुए रोट्रेक्ट मोतिहारी और इनर व्हील मोतिहारी लेक टाउन द्वारा पैड इंसीनरेटर लगाया गया है।
हाल ही में कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर तीन दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक भी बुलाई थी। जिसमें अखिल भारतीय शिक्षा समागम कुलपति की पृष्ठभूमि के साथ, सभी विभागों के प्रमुखों ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा निति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सर्वोत्तम कार्यान्वयन रणनीतियों, दृष्टिकोणों और एक ठोस रोडमैप की पहचान करने के लिए विचार-मंथन किया गया।
विश्वविद्यालय के इस प्रगति काल में केविवि ने सीयूईटी 2022 को एक स्वतंत्र, स्वायत्त और आत्मनिर्भर प्रीमियर परीक्षण एजेंसी के माध्यम राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को अपने सभी यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अपनाया है , जिससे विवि को देश भर से बड़ी संख्या में उत्कृष्ट आवेदन भी प्राप्त हुए है। आज विश्वविद्यालय देश विदेश के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण होता जा रहा है।
विश्वविद्यालय द्वारा आजादी के स्वर्णिम इतिहास को आजादी के अमृत महोत्सव काल में संस्कृति और हमारी उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को साझा करने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की गई ।