गांव के युवा चैंपियन बनकर कालाजार के प्रति समाज में फैला रहे जागरूकता
गांव के युवा चैंपियन बनकर कालाजार के प्रति समाज में फैला रहे जागरूकता
सत्येन्द्र कुमार शर्मा, सारण :-
कालाजार से बचाव के लिए घर-घर जाकर दे संदेश रहे है।पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की हर माह बैठक होती है।कालाजार उन्मूलन में युवा की सहभागिता सुनिश्चित हो रही हैं।कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। लेकिन विभाग के अलावा समाज के कुछ ऐसे भी युवा हैं जो नि:स्वार्थ भाव से कालाजार उन्मूलन में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित कर रहे हैं ।
सारण जिले के गड़खा प्रखंड के उत्तर कदना गांव के दर्जनों युवक कालाजार उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने में विभाग का सहयोग कर रहे है। ये ऐसे युवक हैं जो कभी खुद कालाजार के मरीज रह चुके हैं और उसके दर्द और दंश को झेल चुके हैं । यहां के युवाओं ने एक रोगी सहायता समूह बनाया है। रोगी सहायता समूह की बैठक हर माह की जाती है। जिसमें जितने भी लोग कालाजार से ठीक हो चुके हैं उनको शामिल किया गया है। बैठक में कालाजार से बचाव और उपचार के बारे में चर्चा की जाती है।
घर-घर जाकर बचाव का दे रहे संदेश:
गड़खा प्रखंड के उत्तर कदना गांव में दर्जनों युवकों के द्वारा घर-घर जाकर कालाजार से बचाव की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ स्वास्थ्य विभाग को हर संभव सहयोग किया जा रहा है। ये युवा गांव के लोगों को बता रहे हैं कि कालाजार का लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जांच कराना चाहिए और चिकित्सकों की सलाह के अनुसार समुचित इलाज कराना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में जाँच एवं इलाज की मुफ्त समुचित व्यवस्था उपलब्ध है। साथ ही इन बीमारियों से बचने के लिए जमीन पर नहीं सोएं। मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें ।
मेरे पूरे शरीर में हो गया था दाग:
युवा चैंपियन फारूक अंसारी ने बताया कि तीन साल पहले मुझे पीकेडीएल कालाजार हुआ था। पूरे शरीर में चकता-चकता दाग हो गया था। मेरा इलाज पटना आरएमआरआई में हुआ था। 84 दिन इलाज होने पर ठीक हुआ उसके बाद 4000 रूपये भी विभाग के द्वारा मिला। अपने अनुभव से लोगों को जागरूक करते है। ताकि किसी को मेरे जैसा रोग नहीं हो।
युवा होने के नाते जागरूक करना मेरी जिम्मेदारी:
जुनैद अंसारी ने बताया कि मुझे 2019 में कालाजार हुआ था। अब ठीक हूं। लेकिन ग्रुप में जब से शामिल हुए तो काफी जानकारी हुई। उस जानकारी को हम एक-दूसरे के बीच भी शेयर करते हैं ताकि इस बीमारी के बारे में सभी को जानकारी हो सके । एक युवा होने के नाते हमारा भी कर्तव्य है कि लोगों को जागरूक करें।