जागरूकता ही एड्स जैसी गंभीर बीमारी का सर्वोत्तम उपाय है -डॉ. मिथिलेश कुमार
जागरूकता ही एड्स जैसी गंभीर बीमारी का सर्वोत्तम उपाय है -डॉ. मिथिलेश कुमार
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के सेहत केंद्र की ओर से दिनाँक ०१ दिसम्बर, २०२२ को विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर गांधी भवन के नारायणी कक्ष में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सेहत केंद्र के समन्वयक प्रो ० पवनेश कुमार (अधिष्ठाता, वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय) ने की । कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो पवनेश कुमार के उद्बोधन से हुआ , उन्होंने मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता तथा सभी सम्मानित संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया।
अपने स्वागत वक्तव्य में प्रो पवनेश कुमार ने इस वैश्विक बीमारी के निवारण हेतु जागरूकता को एकमात्र उपाय बताया | कार्यक्रम में अपने विचारों को साझा करते हुए विश्वविद्यालय के गया गाँधी परिसर के निदेशक प्रो प्रसून दत्त सिंह ने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि समाज के प्रत्येक नागरिक को एड्स जैसी गंभीर बीमारी से परिचित कराएं एवं उन्हें इस प्रकार की शिक्षा दें जिससे कि स्वयं का बचाव कर सकें।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता HIV के विषय विशेषज्ञ एवं बिहार सरकार के एड्स नियंत्रण सोसाइटी के सदस्य डॉ. मिथिलेश कुमार ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एड्स बीमारी के लक्षण जैसे बुखार ,निमोनिया, टीवी व पेट की समस्याएं तथा चार प्रमुख कारणों १. असुरक्षित यौन संबंध २. संक्रमित सूई का प्रयोग , ३. असुरक्षित रक्त का आदान-प्रदान एवं गर्भवती महिला से उसके बच्चे को होना बताया ।
इस गंभीर समस्या के निवारण हेतु अनेक उपायों पर भी विस्तृत चर्चा की। इसके अतिरिक्त प्रश्नों के माध्यम से विद्यार्थियों की शंकाओं का भी समाधान किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जुगल किशोर दधीच ने दिया कार्यक्रम का सफल संचालन सेहत केंद्र के सह -समन्वयक एवं संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ. बबलू पाल ने किया ।
इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों के साथ -साथ विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक डॉ. श्याम कुमार झा (विभागाध्यक्ष, संस्कृत विभाग), डॉ. पंकज सिंह, डॉ.विश्वेश, डॉ.रश्मि श्रीवास्तव, डॉ.मनीषा रानी, डॉ. पाथलोथ ओंकार आदि उपस्थित रहे ।