तंबाकू इस्तेमाल करने वालों पर एक्शन
तंबाकू इस्तेमाल करने वालों पर एक्शन
- सदर अस्पताल में चला अभियान, आधा दर्जन लोगों का कटा चालान
P9bihar news
प्रमोद कुमार
सीतामढ़ी।
सदर अस्पताल में तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों के खिलाफ तम्बाकू नियंत्रण कोषांग द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार को भी सदर अस्पताल और उसके आस-पास तंबाकू उत्पादों को खाने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया। तंबाकू नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिन्हा के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान सदर अस्पताल परिसर में तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले आधा दर्जन से अधिक लोगों का चालान काटा गया।
उनके पास से तम्बाकू सम्बंधित सामग्री को जब्त किया गया। मौके पर एनसीडीओ डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि सीतामढ़ी एनसीडी टीम की ओर से समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि सितंबर 2020 में जिले को धूम्रपान मुक्त घोषित किया जा चुका है। एनसीडी की टीम संकल्प के साथ काम कर रही है कि सीतामढ़ी को तंबाकू मुक्त जिला बनाया जाए। एनसीडीओ डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।
थूकना संक्रमण रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की संभावना रहती है। तंबाकू चबाने वालों को गंभीर रोग जैसे- कैंसर, फेफड़े की गंभीर बीमारी और मधुमेह से ग्रसित होने की संभावना सबसे अधिक रहती है।डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि तंबाकू का किसी भी तरह से सेवन कैंसर का कारक है।
पान मसाले के साथ तंबाकू मिलाकर सेवन करने और खैनी खाने से मुंह के कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। यह युवाओं में ज्यादा देखने को मिल रहा है। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे रिपोर्ट 2017 के अनुसार, बिहार में 25.9 प्रतिशत वयस्क किसी न किसी रूप में तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं। वहीं 13 से 15 वर्ष के करीब 14.6 फीसदी बच्चे तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं। यह एक धीमे जहर के रूप में कार्य करता है। अभियान में रंजन मिश्रा, मनोज कुमार, मनोज झा, आरती कुमारी आदि शामिल थे।