आंवला के वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है
आंवला के वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
आज अक्षय नवमी की पूजा शहर के बड़ा बरियारपुर में व्रती महिलाओ ने आंवला के वृक्ष की पूजा की। वही आचार्य ब्रिज भूषण दुबे ने बताया कि अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन आंवले की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
ऐसे में आवला नवमी यानी अक्षय नवमी को सुबह स्नान करके पवित्र वस्त्र धारण कर शुभ मुहूर्त में चंदन, हल्दी-कुमकुम से आंवले वृक्ष की पूजा किया जाता है। इसके बाद आंवले के पेड़ में गाय का दूध अर्पित कर आंवले के पेड़ की परिक्रमा किया गया साथ ही पेड़ के तने में 8 बार कच्चा सूत या मौली लपेट पूजन के बाद अक्षय नवमी पढ़ें या सुनें ।
इसके बाद आंवला पेड़ के नीचे ब्राह्मण को भोजन कराकर उन्हें दक्षिणा देकर आदरपूर्वक विदा करने की बात कही। साथ ही बताया की आंवला नवमी के दिन आंवला के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने और भोजन करने का विशेष महत्व है। आंवला नवमी को ही भगवान विष्णु ने कुष्माण्डक दैत्य को मारा था। इस दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने कंस वध से पहले तीन वन की परिक्रमा की थी।