यूरिया खाद की कालाबाजारी जिले में अब चरम सीमा पर
यूरिया खाद की कालाबाजारी जिले में अब चरम सीमा पर
जिला प्रशासन बन रही मूकदर्शक
P9bihar news
रिपोर्टर अतुल कुमार
बेतिया। पश्चिमी चंपारण जिला अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर इन दिनों यूरिया खाद की खरीद पर कालाबाज़ारी का धंधा चरम पर है, किसान को इन खाद भंडारों से सरकार द्वारा निर्धारित यूरिया बोर का मूल्य 266.50 निर्धारित की गई है, परंतु निर्धारित मूल्य पर किसी भी खाद भंडार से यूरिया की बोरी प्राप्त नही हो पा रही है, और तो और सीधे तौर पर जब किसान उक्त खाद की मूल्य की जानकारी लेते हैं तो इन विक्रेताओं द्वारा उन्हें खाद की उपलब्धता कराने पर रोक लगा दी जा रही है
और उन्हें खाद नहीं देने की बात कही जा रही है, ऐसा ही मामला योगापट्टी प्रखंड के नवलपुर बाजार स्थित मेसर्स श्री राम खाद भंडार की है, जहां दिनांक 28 जुलाई 2022 को यूरिया खाद की खरीद में सैकड़ो की संख्या में उक्त पंचायत क्षेत्र के किसान सुबह से अपनी कतार में यूरिया खाद की खरीद में मौजूद रहे, वही काफी भीड़ के होने से प्रखंड प्रशासन द्वारा अधिकारी की मौजूदगी में उक्त केंद्र से यूरिया की बिक्री की जा रही थी, वही कई किसान ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर यूरिया की बोरी प्राप्त नही हो रही है
निर्धारित मूल्य से अधिक रुपये प्रत्येक बोरे पर किसानों से ली जा रही है, आश्चर्य की बात यह है कि प्रशासनिक अधिकारी के मौजूदगी में सरकार के निर्धारित मूल्य दर पर किसानों को खाद उपलब्ध ना होना घोर निंदा का विषय है, यहां तो किसानों को यूरिया की बोरी देने पर उन्हें रसीद तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही है ताकि उन्हें इस कालाबाजारी का धंधा ज्ञात ना हो।
अब देखना यह है कि सरकार जिला प्रशासन क्या कुछ कार्रवाई इन खाद विक्रेताओं पर कर रही है, यह कालाबाजारी निरंतर का जिला में बना हुआ है, तभी इन खाद विक्रेताओं द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी की आंखों में धूल झोंक कर निधड़क हो यूरिया खाद की बिक्री विभिन्न प्रखंडों में करते नजर आ रहे हैं और कोई प्रशासनिक कार्रवाई हो नही पा रही है।