शैक्षणिक उत्थान के लिए कार्य करने वाले ई. नवीन की प्रथम पुण्यतिथि  पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम

शैक्षणिक उत्थान के लिए कार्य करने वाले ई. नवीन की प्रथम पुण्यतिथि  पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम

शैक्षणिक उत्थान के लिए कार्य करने वाले ई. नवीन की प्रथम पुण्यतिथि  पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम

P9bihar news 


प्रमोद कुमार 
मोतिहारी।
अम्बेडकर जन कल्याण संस्थान के संस्थापक के पुण्यतिथी पर गरीब बच्चों में शैक्षणिक सामग्री वितरित किया गया।आपके बताते चलें कि अम्बेडकर जन कल्याण संस्थान के बैनर तले मोतिहारी प्रखंड के ढेकहां बाजार में महान समाज सेवक हुतात्मा ई० नवीन कुमार का पुण्यतिथि मनाया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उपस्थित बच्चों को शैक्षणिक सामग्री वितरित कर शिक्षा के लिए जागरूक किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया फिर उपस्थित गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि प्रकट करते हुए अपने विचार व्यक्त किये।कार्यक्रम में मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सम्मानित इंस्पेक्टर मनीष कुमार ने श्रद्धांजलि प्रकट करते हुए उपस्थित बच्चों को अपने अनुभवों से मार्गदर्शित कर संस्थान के साकारात्मक कार्यों की भूरी-भूरी सराहना की और आगे भरसक सहयोग करने की बात कही।

मौके पर संस्थान के अध्यक्ष विजय कुमार और संयोजक डी० एन० ठाकुर ने संस्थान के उद्देश्यों से उपस्थित जनसमूह को परिचित कराने के दौरान बताया कि संस्थान लगातार अंतिमजन के बच्चों एवं अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूकता के अभियान चलाती रही हैं। वहीं संस्थान के सचिव भारत भूषण आजाद ने बताया कि नवीन जी का मानना था कि मानव एक सामाजिक प्राणी है, हमारी प्रगति, शांति और सुरक्षा स्थामाजिक व्यवस्था पर निर्भर है।"

इसलिए अतः हमें समतामूलक समाज का निर्माण कर जन कल्याण से संबंधित कार्य हमेशा करते रहना चाहिए। जिससे हम उन्हें सही अर्थों में श्रद्धांजलि दे सकते हैं।इस मौके पर सुप्रसिद्ध चिकित्सक राम एकबाल चौरसिया, मुखिया होरिलाल सहनी,भूतपूर्व शिक्षक सत्यदेव प्रसाद, अशर्फी साह, हरेंद्र किशोर यादव शिक्षक,डॉ चन्देश्वर ठाकुर चिकित्सा पदाधिकारी,  

डॉ० कामेश्वर प्र० कुशवाहा, सुधीर पासवान शिक्षक,जाने-माने कवि जितेंद्र प्रसाद चौरसिया, डॉ० चन्देश्वर यादव, किशोरी राम लिपिक सुरेश दास, रंजन दास,संस्थान के कोषाध्यक्ष रोहित कुमार, उपाध्यक्ष इं० बैजुलाल साहनी, जितेंद्र प्रसाद साहू,लालबाबु यादव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे जिन्होंने संस्थान इस पहल को सराहा।