सपनों की उड़ान में किशोरियों ने कही अपने मन की बात

सपनों की उड़ान में किशोरियों ने कही अपने मन की बात

प्रमोद कुमार 
 


मोतिहारी/पटना
सहयोगी संस्था के द्वारा ‘उमड़ते सौ करोड़ अभियान’ के अंतर्गत लड़कियों-किशोरियों ने ‘सपनों की उड़ान’ कार्यक्रम में भाग लेते हुए अपने सपनों-आकांक्षाओं के बारे में खुल कर अपनी बात कहीं।

इस अवसर पर पटना के दानापुर और बिहटा प्रखंड के विभिन्न गांवों में किशोरियों को अपनी बात रखने के लिए आमंत्रित किया गया। आज के इस कार्यक्रम में लगभग दो सौ लड़कियों-किशोरियों ने अपनी प्रतिभागिता की और अपने मन की बात कही।सहयोगी संस्था के द्वारा दानापुर और बिहटा में लिंग आधारित हिंसा एवं भेदभाव को समाप्त करने हेतु अलग-अलग कार्यक्रम चलाये जाते हैं।

समुदाय में सभी लोगों और हितधारकों के साथ इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए उनसे अलग-अलग स्तर पर संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक एवं संवेदित किया जाता है। इसी क्रम में संस्था के द्वारा ‘उमड़ते सौ करोड़ अभियान’ के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के  आयोजन द्वारा समुदाय को इस मुद्दे से जोड़कर उनका सहयोग लिया जा रहा है।

यह अभियान अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का है एवं जेंडर आधारित हिंसा एवं भेदभाव को सहन नहीं करने के लिए आमजनों को जागरूक करना इसका उद्देश्य है। साथ ही, पर्यावरण को संतुलित-संरक्षित रखने के लिए भी यह सभी के सहयोग की माँग करता है।आज के कार्यक्रम के अन्तर्गत दानापुर और बिहटा क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में किशोरियों-लड़कियों को अपनी अपेक्षाओं-आकांक्षाओं के बारे में अपनी बात रखने के लिए प्रतिभागिता कराया गया। किशोरावस्था जीवन का वसंतकाल माना जाता है

एवं असाधारण क्षमतावान भी होता है। इस अवसर पर सहयोगी की कार्यक्रम निदेशिका रजनी ने कहा कि आज के आधुनिक समय में भी जेंडर भेदभाव के कारण लड़कियों-महिलाओं को दूसरे दर्जे का समझा जाता है एवं उनपर घर-परिवार की बहुत-सी पाबंदियाँ थोप दी जाती हैं, वे खुलकर अपने में की बात को साकार नहीं कर पाती हैं

, उनकी क्षमता और व्यक्तित्व संतुलित ढंग से विकसित नहीं हो पाता है, और बहुत-सी कुंठाएँ और हीनता की शिकार भी हो जाती हैं।  कार्यक्रम में भाग ले रही सिमरी की किशोरियाँ – सुनीता और सुमन ने कहा कि वे पढ़ कर डॉक्टर बनना चाहती हैं, शिवानी ने कहा कि वे घूमना चाहती है, अंशु गाना चाहती है। लोदीपुर की विभा ने भी डॉक्टर बनने के अपने सपने के बारे में बताया और कहा कि वह अवश्य अपना सपना पूरा करेगी।

किशोरियों ने कहा कि वे कभी अपने सपनों के बारे में किसी से कुछ बता नहीं पाती हैं, उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेकर बहुत अच्छा लगा कि वे सब के सामने अपने सपनों के बारे में बता सकीं। साझे तौर पर सबने आसमान छूने की ख्वाहिश दर्ज किया।इस अवसर पर सहयोगी से उन्नित, लाजवंती, उषा, रूबी, मुन्नी, रिंकी, निर्मला, मनोज, धर्मेन्द्र, नितीश, सुरेन्द्र एवं प्रशिक्षु मिली और चैताली ने भाग लिया।