सारथी रथ गांव-गांव में जाकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलायेगा

सारथी रथ गांव-गांव में जाकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलायेगा

सारथी रथ गांव-गांव में जाकर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलायेगा

P9bihar news 

सत्येन्द्र कुमार शर्मा, सारण:- सारथी रथ को सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी उपायों के बारे में जानकारी दी जायेगी।एक-एक सारथी रथ प्रत्येक प्रखंड में चलेगी।

आमजनों को परिवार नियोजन के विभिन्न आयामों की जानकारी देने और इच्छुक दंपतियों को परिवार नियोजन की विभिन्न सुविधाओं का लाभ लेने हेतु जागरूक करने को जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरूक करने के लिए सारथी रथ चलाया गया।

सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर 20 सारथी रथ को रवाना किया।  सीएस ने कहा कि सारथी रथ द्वारा सभी क्षेत्रों के लोगों को परिवार नियोजन की विभिन्न सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। इन जानकारी के आधार पर इच्छुक लोगों को 11 से 31 जुलाई तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन की विभिन्न सुविधाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। इस वर्ष जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का थीम “परिवार नियोजन का अपनाओ उपाय, लिखो तरक्की का नया अध्याय” रखा गया है।

इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीआईओ डॉ. चंदेश्वर सिंह डीपीएम अरविन्द कुमार, डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, गौरव कुमार, संदीप ओझा समेत अन्य मौजूद थे। 

 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा:

डीसीएम ब्रजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जुलाई माह में 11 से लेकर 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाने का निर्देश विभाग, बिहार सरकार द्वारा प्राप्त हुआ है। सारथी रथ द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न आयामों जैसे पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण, गर्भनिरोधक गोलियां, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, निरोध आदि के उपयोग के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके बाद परिवार नियोजन के विभिन्न आयामों का लाभ लेने वाले इच्छुक दंपत्तियों को 11 से 31 जुलाई तक चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाएगी।


आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा जागरूक : 
डीपीएम अरविन्द कुमार  ने बताया जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े से पूर्व स्वास्थ्य विभाग द्वारा दंपति संपर्क पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसके द्वारा 27 जून से 10 जुलाई तक ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं द्वारा पोषक क्षेत्रों में घर-घर भ्रमण कर महिलाओं एवं परिजनों को परिवार नियोजन के विभिन्न संसाधनों जैसे- कॉपर टी, कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां, सुई आदि की जानकारियां उपलब्ध करायी जा रही हैं ।

इसके बाद सभी इच्छुक दंपत्तियों को 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन के विभिन्न स्थाई व अस्थायी संसाधनों की चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी जिसका लोग लाभ उठा सकेंगे।

लाभार्थियों को दी जाती है प्रोत्साहन राशि:

डीपीएम ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन के सभी स्थाई व अस्थायी विकल्प निःशुल्क उपलब्ध हैं। लोगों को इसका लाभ उठाने पर सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में पुरुष नसबंदी का लाभ उठाने पर लाभार्थी को ₹3000/- व उत्प्रेरक को ₹400/- की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।

वहीं महिला बंध्याकरण के लिए लाभार्थी को ₹2000/- व उत्प्रेरक को ₹300/-, प्रसव उपरांत बंध्याकरण पर लाभार्थी को ₹3000/- व उत्प्रेरक को ₹400/-, प्रसव उपरांत कॉपर-टी लगाने पर लाभार्थी को ₹300/- व उत्प्रेरक को ₹150/-, गर्भपात उपरांत कॉपर-टी लगाने पर लाभार्थी को ₹300/- व उत्प्रेरक को ₹150/-, गर्भनिरोधक सुई (अंतरा) का लाभ उठाने पर लाभार्थी को ₹100/- व उत्प्रेरक को ₹100/- की सहायता राशि प्रदान की जाती है।