छुट्टी कटौती के तुगलकी फरमान से शिक्षकों में आक्रोश :-- राकेश

छुट्टी कटौती के तुगलकी फरमान से शिक्षकों में आक्रोश :-- राकेश

छुट्टी कटौती के तुगलकी फरमान से शिक्षकों में आक्रोश :-- राकेश

P9bihar news 

सतेन्द्र शर्मा 

सारण 

 रद्द छुट्टी का पत्र वापस नहीं होने की  स्थिति में शिक्षक आंदोलन का शंखनाद फूंक सकते हैं।
 शिक्षा विभाग के नीत नये-नये आदेश ने शिक्षा व्यवस्था की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है।एक ओर जहां शिक्षा विभाग शिक्षकों के अवकाश तालिका को सुधारने के लिए जिला स्तर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा घोषित होने वाले अवकाश तालिका को एकरुपता के दृष्टिकोण से राज्य से ही शिक्षा विभाग द्वारा साल में विभिन्न पर्व त्यौहारों में देय साठ दिनों की अवकाश तालिका नये वर्ष के लिए घोषित की थी।

आठ माह बीत जाने के बाद अपने ही अवकाश तालिका में चार माह में तेरह दिनों की छुट्टी की कटौती की गई है।शिक्षा विभाग विहार सरकार के पत्रांक 2112 दिनांक 29-8-2023 के आदेश से कृष्ण जन्माष्टमी, महिलाओं के लिए विशेष हरिततालिका तीज , जीवित्पुत्रिका व्रत के साथ कार्तिक पूर्णिमा जैसे अवकाश को रद्द कर दिया गया है

जबकि दीपावली, भैयादूज,छठ, एवं दूर्गापूजा जैसे हिन्दुओं के महत्व पूर्ण पर्व त्यौहारों में छुट्टी को कम करने का फैसला किया है।इस आदेश से राज्य के तमाम शिक्षकों में रोष व्याप्त है।शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों को चार महिनों से सैलरी नहीं मिलती है इसके लिए विभाग का कोई ठोस पहल नजर नहीं दिखाई पड़ रहा हैं।

परन्तु शिक्षकों के अधिकारो को छीन कर उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है।जिलाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने कहा कि इस छुट्टी कटौती को यथाशीघ्र रद्द किया जाए अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। प्राथमिक शिक्षक संघ के गरखा अंचल सचिव सतेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग की तुगलकी फरमान का शिक्षक पुरजोर विरोध करते हैं तथा सभी संघो को एक साथ मिलकर ऐसे फरमानों का विरोध करना चाहिए।