महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दीक्षारंभ समारोह का राजपाल ने किया उद्घाटन

महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दीक्षारंभ समारोह का राजपाल ने किया उद्घाटन

महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दीक्षारंभ समारोह का राजपाल ने किया उद्घाटन

P9bihar news 

प्रमोद कुमार शर्मा 
मोतिहारी। महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी द्वारा दीक्षारम्भ समारोह का आयोजन किया गया। समारोह गाँधी प्रेक्षागृह, राजा बाजार स्थित मोतिहारी में हुई। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर राज्यपाल बिहार, विशिष्ट अतिथि राधा मोहन सिंह सांसद, और अध्यक्षता कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने की।उद्घाटन समारोह के उपरांत नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए द्वितीय अकादमिक सत्र आयोजित हुई।

द्वितीय सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने की।अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वविद्यालय का सदैव प्रयास है कि विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वस्थ अध्ययन का माहौल प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि दीक्षारम्भ का उद्देश्य विश्वविद्यालय के विभिन्न आयामों से आप सभी को परिचित कराना है।द्वितीय सत्र को सुप्रसिद्ध प्रेरक वक्ता डॉ. विक्रांत सिंह तोमर और एनआईईपीए में प्रो. आरती श्रीवास्तव ने संबोधित किया।

वही डॉ. विक्रांत सिंह तोमर ने अनेक उदाहरणों के माध्यम से विद्यार्थियों के सामने लक्ष्य निर्धारण से लेकर स्वयं को पहचाननें तक की बातें सूत्र वाक्य में रखी। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारण उसके लिए निरंतर प्रयास असफलता को स्वीकार करना किसी से तुलना नहीं करना जरूरी है। जिज्ञासा भी व्यक्ति को ज्ञानवान बनाता है, जो विद्यार्थियों में होनी चाहिए। नई शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न आयामों से परिचित कराते हुए नीपा में प्रो. आरती श्रीवास्तवा ने कहा कि हमें उच्च शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए।

क्योंकि उच्च शिक्षा में अध्ययन विद्यार्थी को समझना चाहिए कि यहीं वह समय होता है जिस पर पूरे जीवन का फाउंडेशन बनता है। उन्होंने अमेरिका और अन्य विकसित देशों के शिक्षा संसाधनों का जिक्र करते हुए भारत में शिक्षा की बेहतरी के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारें में चर्चा की। कार्यक्रम को मुख्य कुलानुशासक प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने संबोधित करते हुए प्रोक्टोरियल बोर्ड की कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने विद्यार्थियों के लिए तैयार अनुशासन केंद्रित मैन्युल पढ़ने की सलाह दी। विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता (डीएसडब्ल्यू) प्रो. अर्त्तात्रण पाल ने विद्यार्थियों के लिए अनेक उपयोगी जानकारी साझा की। परीक्षा नियंत्रक प्रो. के. के. उपाध्याय ने परीक्षा और प्रवेश से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।

उन्होंने परीक्षा से भयभीत न होने, एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार परीक्षा की तैयारी की सलाह देते हुए अंक विभाजन आदि पर विस्तार से प्रकाश डाला। 
प्रोवोस्ट प्रो. रफीक उल इस्लाम ने हॉस्टल सम्बन्धित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी विश्वविद्यालय के पास छात्राओं के लिए हॉस्टल की सीमित सुविधा उपलब्ध है। जिसमें रहने और भोजन की उत्तम व्यवस्था और अध्ययन का बेहतर मौहाल प्रदान की जाती है। छात्रों के लिए भी हॉस्टल  की सुविधा देने की लिए प्रयास किए जा रहे है।


शोध सुविधा, प्रक्रिया और उन्नत के निदेशक प्रो. सुनील कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शोध की दिशा में विद्यार्थियों के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे है। नई शिक्षा नीति की अनुशंसा के अनुसार शोध सुविधा प्रदान करने के हर सम्भव कार्य विश्वविद्यालय में हो रहे है।पुस्तकालय प्रभारी प्रो. रणजीत कुमार चौधरी ने पुस्तकालय में प्रदान की जा रही सुविधाओं का उल्लेख किया।

उन्होंने बताया कि पुस्तकालय में विभिन्न विषयों के लगभग 33 हजार से अधिक पुस्तकें और सैकडों ई रिसोर्स है, जिससे पुस्तकें और शोध पत्र पढ़े जा सकते है। वित्त अधिकारी प्रो. विकास पारीक ने विद्यार्थियों के लिए वित्त सम्बन्धित उपयोगी जानकारी दी। विशेष कार्याधिकारी डॉ. सचिदानन्द सिंह ने विश्वविद्यालय के विभिन्न गतिविधियों के लिए गठित समितियों एवं अनेक कार्य दायित्व से विद्यार्थियों को परिचित कराया।  

उन्होंने कहा कि अपने कार्यों एवं समस्याओं को प्रॉपर चैनल के माध्यम  से जानकारी प्राप्त करें। 
मंचासीन पदाधिकारियों का स्वागत डॉ. बिमलेश कुमार सिंह, डॉ. श्याम कुमार झा, डॉ. शतरुद्र प्रकाश, डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव, डॉ. राकेश पाण्डेय, डॉ. युगल किशोर दधीचि, डॉ. असलम खान ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शहाना मजूमदार ने की।


संचालन गरिमा तिवारी ने किया। कार्यक्रम में हर घर तिरंगा अभियान का शुभारंभ कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव के कर कमलों द्वारा हुई।