अब जीविका करेगी फाइलेरिया मरीजों की लाइन लिस्टिंग

अब जीविका करेगी फाइलेरिया मरीजों की लाइन लिस्टिंग

अब जीविका करेगी फाइलेरिया मरीजों की लाइन लिस्टिंग


 प्रमोद कुमार 

P9bihar news 
मुजफ्फरपुर।
जिले में फाइलेरिया मरीजों की खोज अब जीविका के कम्युनिटी मोबिलाइजर करेंगे । इस बाबत जिले के उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने एक पत्र भी निर्गत किया है। जिसमें कहा गया है कि 2021 में सर्वजन दवा सेवन के दौरान डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई थी। कार्यक्रम के दौरान वैसे मरीजों की भी पहचान करायी गयी थी, जो फाइलेरिया से ग्रसित थे।

इस दौरान पहचान में आशातीत सफलता नहीं प्राप्त हुई। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। इससे ग्रसित रोगियों का उपचार संभव नहीं है एवं स्वास्थ्य विभाग के पास इससे संबंधित मरीजों की पूर्ण जानकारी नहीं है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीविका को अनुरोध किया गया हैं कि वे अपने कम्यूनिटी मॉबलाइजर के द्वारा उनके क्षेत्र में फाइलेरिया रोगियों की खोज करें। डॉ सतीश ने कहा कि रोगियों की खोज के लिए 30 जुलाई को अंतिम रूप से जीविका कार्यकर्ता अपने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे।

मरीजों की खोज के लिए एक विशेष प्रकार के प्रपत्र भी जीविका को उपलब्ध कराए जा चुके हैं। मरीजों की सूची मिलने पर विशेष स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से फाइलेरिया मरीजों का समुचित उपचार किया जाएगा। डॉ सतीश ने कहा कि फाइलेरिया मरीजों के खोज के लिए कुल 4000 जीविका कार्यकर्ता अपना सहयोग दे रहे हैं।

फाइलेरिया की पहचान और उससे संबंधित जानकारी जीविका के ब्लॉक मैनेजर को दे दी गयी है। वह अपने कम्युनिटी मोबिलाइजर को इसका प्रशिक्षण देंगे। अभी तक जिले में दो हजार से ज्यादा फाइलेरिया के मरीज ज्ञात हैं।

डॉ सतीश ने कहा कि फाइलेरिया को हाथी पांव भी कहते हैं। वहीं दूसरे प्रकार की फाइलेरिया में हाइड्रोसील का बढ़ना भी होता है। दोनों ही प्रकार की फाइलेरिया जीवन के श्राप की तरह हैं। यह लोगों को आजीवन अपंग बना देते हैं। फाइलेरिया के लक्षण उभरने में 8 से 10 साल लगते हैं।