प्रधान शिक्षक की नियुक्ति में शारीरिक शिक्षक को शामिल करने व नवनियुक्त शिक्षक का वेतन भुगतान करें:-संघ

प्रधान शिक्षक की नियुक्ति में शारीरिक शिक्षक को शामिल करने व नवनियुक्त शिक्षक का वेतन भुगतान करें:-संघ


सरकार व शिक्षा विभाग की मनमानी से त्रस्त है शिक्षक:--- विपिन प्रसाद।


अतुल कुमार

बेतिया।  बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की राज्यव्यापी आह्वान पर जिला संघ ने जिलाधिकारी पश्चिमी चम्पारण के समक्ष विशाल प्रदर्शन  जिला अध्यक्ष संतोष कुमार यादव की अध्यक्षता में किया। जिसका संचालन जिला सचिव राजेश खान्ना ने किया। प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं जुटे थे।

जो सरकार के शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ नारा लगा रहे थे साथ ही शिक्षा विभाग के मनमानी व भ्रष्टाचार के विरुद्ध हल्ला बोल कर रहे थे। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार के शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीति से सूबे के लाखों शिक्षक परेशान है

दूसरी तरफ शिक्षा विभाग के मनमानी व भ्रष्टाचार कार्यशैली से शिक्षक आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना का शिकार बन रहे हैं। ऐसी हालात में राज्य की शिक्षा व्यवस्था दिनों दिन दम तोड़ती जा रही है। विद्यालय में बेहतर शिक्षा का माहौल बनाने हेतु शिक्षकों की समस्या का समाधान करना पड़ेगा।

श्री विपिन प्रसाद ने कहा कि सरकार शिक्षा विभाग में नित्य नये नियम शिक्षकों को आंदोलन करने को विवश कर डाला है। प्राथमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षक की नियुक्ति से भरने के वजाय परीक्षा लेने का नियम बिल्कुल अनुचित है।

जो शिक्षक वर्षों से कार्यरत है उन्हें अपमानित करना है। उस नियुक्ति प्रक्रिया में शारीरिक शिक्षा को वंचित रखा जाना तथा परीक्ष में भाग लेने हेतु वेसिक ग्रेड के शिक्षकों को 8 वर्ष का अनुभव की अनिवार्यता का नियम बनाकर शिक्षकों के साथ भेदभाव कर रही है। वहीं 15% वेतन वृद्धि निर्धारण में व्यापक विसंगतियां निहित है  दूसरी तरफ नवनियुक्त शिक्षकों को मासिक वेतन भुगतान नहीं मिलने से उन्हें आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है।

शिक्षक नियुक्ति का प्रावधान होने के बावजूद जो 8 वर्ष की सेवा पूर्ण किए हैं उन्हें स्नातक में प्रोन्नति एवं 12 वर्ष वाले को वेतन का उन्नयन का लाभ से वंचित रखकर शिक्षाविभाग नियमों की धज्जियां उड़ा रही है। महासचिव मंकेश्वर राम और जिला उपाध्यक्ष नंद किशोर यादव, ने कहा कि शिक्षकों की समस्या का समाधान अविलंब हो अन्यथा आंदोलन और तेज की जाएगी।

शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए, प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक नियुक्ति में शारीरिक शिक्षक को शामिल करने, 8 वर्ष की अनुभव एवं स्नातक में 50% अंक होने की अनिवार्यता को समाप्त करने, 15 प्रतिशत वेतन निर्धारण में कनीय शिक्षक के वेतन समतुल्य वरीय शिक्षक का वेतन करने एवं नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान करने, ईपीएफ खाता खुलवाने, सेवा पुस्तिका संधारण करने, वेसिक ग्रेड के स्नातक योग्यधारी शिक्षक को 8 वर्ष उपरांत स्नातक ग्रेड के

शिक्षक में प्रोन्नति देने, वेसिक ग्रेड शिक्षक को 12 वर्ष पूर्ण होने पर स्नातक ग्रेड का वेतन का लाभ देने, मृतक के आश्रित को अनुकंपा पर नियुक्ति एवं अनुग्रह राशि एवं ईपीएफ का भुगतान करने, नवप्रशिक्षित का अंतर राशि समेत सभी बकाया राशि का भुगतान करने, अप्रशिक्षित शिक्षकों को वेतन भुगतान करने समेत भ्रष्ट डीईओ शेखपुरा का बर्खास्तगी एवं शिक्षकों पर दर्ज फर्जी मुकदमा की वापसी की मांगे प्रमुख है।

प्रदर्शन  मे मुख्य रूप से यादव लाल चौधरी, बिकाउ राम ,सुनिल उपाध्याय,जगदीश कुशवाहा, जितेन्द्र यादव,श्याम कुशवाहा ,राकेश रौशन, नवीन कुमार संतोष सिंह  अजय यादव,सरल यादव,संजय पटेल,लक्ष्मन पटेल,अमित कुमार यादव,ललन यादव,ईद महमद,संजय कुमार,विजय राम,दिनबंधू कुमार,सतेन्द्र गुप्ता,रमेश यादव ,विपिन खरवार,जगरूप राम उपस्थित रहे।