हातिम जावेद के गजल संग्रह "उंगलियाँ एहसास की" का हुआ लोकार्पण
हातिम जावेद के गजल संग्रह "उंगलियाँ एहसास की" का हुआ लोकार्पण
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
आज चंपारण साझा अदबी मंच के तत्वावधान में डॉ० हातिम जावेद के गजल संग्रह "उंगलियाँ एहसास की" का लोकार्पण नगर भवन में हुआ।लोकार्पण समारोह में कॉमर्स कालेज पटना के उर्दू विभागाध्यक्ष उर्दू के प्रख्यात आलोचक प्रो० सफदर इमाम कादरी, प्राचार्य मुंशी सिंह महाविद्यालय डॉ० अरुण कुमार, उस्ताद शायर डॉ० अख्तर सिद्दीक, डॉ० तफजील अहमद एवं डॉ० नेयाज अहमद राना ने संयुक्त रूप से उक्त संग्रह का लोकार्पण किया।
लोकार्पण के बाद संग्रह "उंगलियाँ एहसास की" पर अपनी बात रखते हुए प्रो० सफदर इमाम कादरी ने कहा कि चम्पारण के मशहूर शायर अपने पिता जिगर मेहसवी के अदबी विरासत के अमीन हैं। उन्होंने कहा कि हातिम जावेद ने क्लासिकी रंग के साथ समसामयिक विषयों और दूसरे विषयों को सीधे सादा और असरदार ढंग से गजल के शेर में ढाला है।
वहीं डॉ० तफजील अहमद ने कहा कि हातिम जावेद का गजल संग्रह "उंगलियाँ एहसास की" हमारे समय की विद्रूपताओं का सुंदर काव्यात्मक नमूना है। इनके यहाँ क्लासिकी शैली और प्रगतिशील रंग जगह- जगह उजागर है।डॉ० अरुण कुमार ने संग्रह के लिए मुबारकबाद देते हुए कहा कि संग्रह उर्दू और देवनागरी दोनों लिपि में रहता तो साझा संस्कृति का एक बेहतर नमूना होता।लोकार्पण समारोह के दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन सह मुशायरा का आयोजन हुआ।
लोकार्पण कार्यक्रम का संचालन मुफ़्ती वलीउल्लाह कादरी एवं कवि सम्मेलन सह मुशायरा का संचालन आदित्य श्रीवास्तव शफक ने किया। धन्यवाद ज्ञापन चम्पारण साझा अदबी मंच में सचिव गुलरेज शहजाद ने किया। हृदय रोग विशेषज्ञ डा नेयाज अहमद राना,
सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार शकील शागिल, अब्दुल कय्यूम अशर, शाहिद नवाज़ जुगनू,शारिक जमील, पत्रकार ओजैर अंजुम, पत्रकार अकील मुश्ताक, पत्रकार मेहरे आलम, शिक्षाविद, नसीम अख्तर तन्हा, रफी अहमद आफताब, रूहुल हक़ हमदम, फसीह अख़्तर आदि ने भी कार्यक्रम में अपनी रचना प्रस्तुत किया।