निक्षय योजना के तहत पहले 30 फिर 55 मरीजों को फूड पैकेट 

निक्षय योजना के तहत पहले 30 फिर 55 मरीजों को फूड पैकेट 

निक्षय योजना के तहत पहले 30 फिर 55 मरीजों को फूड पैकेट 

P9bihar news 

 सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण।

जनवरी से जून तक प्रत्येक महीने 30 मरीजों को फूड पैकेट जबकि मार्च से 55 नए टीबी मरीजों को अगस्त तक निक्षय योजना के तहत पोषाहार दिया जाएगा।टीबी रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए शुरू किए गए टीबी मुक्त अभियान में जहां विश्व ने 2023 तक और भारत ने 2025 तक टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। इसी दृढ़ इच्छाशक्ति और एक जुटता का परिचय देते हुए हैं सभी थाना है कि अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनकर दृढ संकल्प और प्रतिबद्धता को पूरा करना होगा।

उक्त बातें यक्ष्मा विभाग के जिला योजना समन्यवक हिमांशु शेखर ने शहर के साधनापुरी स्थित संस्था द्वारा टीबी रोगियों के बीच पोषण आहार वितरण समारोह के दौरान कही। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि इसी संकल्प को शत प्रतिशत धरातल पर उतारने के लिए शहर की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संचालिका डॉ अंजू सिंह के द्वारा लगभग दो वर्षों से जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के टीबी जैसी बीमारी से ग्रस्त मरीजों को बुलाकर पौष्टिक आहार के रूप में पोषाहार पोटली का वितरण करते आ रहीं हैं।

वर्ष 2023 में सैकड़ों मरीजों को गोद लेकर फूड पैकेट का वितरण करने के बाद इसी वर्ष यानी 2024 के जनवरी में 30 मरीजों गोद लेकर निक्षय बनी थी। जिसको लगातार छः महीने तक दिया गया है। 

पौष्टिक आहार वितरण समारोह का मंच संचालन कुमार अनुज सिंह जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति संस्थापिका सह सचिव डॉ अंजू सिंह ने किया। इस अवसर पर यक्ष्मा विभाग के जिला योजना समन्वयक हिमांशु शेखर और डीईओ अनंत कुमार, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र रस्तोगी के अलावा टीबी मरीज और अभिभावक उपस्थित थे।


खानपान पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए तो जल्द ही बीमारी ठीक हो सकते है टीबी मरीज: डॉ अमरेंद्र 
सदर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ अमरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने कहा कि टीबी की बीमारी हर किसी को कभी भी हो सकती है। लेकिन समाज में एक तरह से भ्रम फैला हुआ है कि गरीबी के कारण ही टीबी बीमारी होती है लेकिन ऐसा नहीं है।

क्योंकि यह बीमारी कई प्रकार से होती हैं जबकि खानपान पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए तो छः महीने के अंदर बीमारी पर आसानी से विजय प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए शहर ही नही बल्कि यूपी के जौनपुर में भी टीबी मरीजों को गोद लेकर सतत प्रयत्न शील संस्था ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति कार्य करते आ रहीं हैं। साथ ही टीबी मरीजों को संस्था की ओर से जागरूक भी किया जाता है।


जनवरी से जून तक प्रत्येक महीने 30 मरीजों को दिया गया फूड पैकेट जबकि मार्च से 55 नए टीबी मरीजों को अगस्त तक दिया जाएगा फूड पैकेट: डॉ अंजू सिंह
ठाकुर बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापक डॉ अंजू सिंह ने कहा कि संस्था द्वारा गोद लिए गए टीबी रोगियों के लिए साधनापुरी स्थित कार्यालय हमेशा के लिए खुला रहता है।

क्योंकि पौष्टिक आहार के साथ ही जरूरत के हिसाब से हर तरह की सहायता की जाती है। भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी निक्षय मित्र योजना रोगियों के लिए सकारात्मक पहल के रूप में समाज के सामने आ रही है। सबसे अहम बात यह है कि टीबी रोगियों के उपचार में सहायता के साथ ही खानपान के लिए फूड पैकेट दिया जाता है।

क्योंकि इलाजरत मरीजों के पोषण की जरूरतें पूरी होती हैं। विगत जनवरी से 30 टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार के रूप में पोटली बनाकर दिया जा रहा है। लेकिन अब इन 30 मरीजों को अंतिम माह वाला फूड पैकेट दे दिया गया है। हालांकि विगत मार्च महीने से 55 नए टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार के रूप में पैकेट देने को शुरुआत हो चुकी है।