शैक्षणिक संस्थान की पहचान बेहतर

शैक्षणिक संस्थान की पहचान बेहतर

शैक्षणिक संस्थान की पहचान बेहतर

प्रमोद कुमार 

मोतिहारी,पू०च०।  
वर्तमान में शैक्षणिक संस्थान की पहचान बेहतर शिक्षकों के रूप में उतना ही जाना जाता है जितना कि छात्रों को प्रतिष्ठित संगठनों में रोजगार के अवसर प्रदान करने की क्षमता के लिए। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय इसे अच्छी तरह से समझता है छात्रों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम और प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान करने में सदैव अग्रणी रहा है।इस दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धि विश्वविद्यालय ने प्राप्त किया है।

समाज कार्य विभाग ने अपने सभी 44 एमएसडब्ल्यू छात्रों, (द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर) को वर्ष 2022 के लिए उनके एक महीने के ब्लॉक प्लेसमेंट प्रशिक्षण  इंटर्नशिप के लिए बाल अधिकार (एनसीपीसीआर) की दिशा में कार्य कर रहे  अघाखान, राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के साथ  डॉक्टर्स फॉर यू, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, ऑक्सफैम, सपना एनजीओ अलवर, मैट्रिक्स सोसाइटी फॉर सोशल सर्विसेज, ग्रामीण एवं नगर विकास परिषद और द चाइल्ड लाइन जैसे प्रतिष्ठित संगठनों में भेंजा है।

कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने छात्रों को बधाई दी और विभाग के संकाय के अथक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने  कहा कि जिन अनुभवों से हम गुजरते हैं वे हमें आकार देते हैं और इंटर्नशिप न केवल छात्रों के व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित करेगी बल्कि स्वयं की अधिक समझ को भी प्रोत्साहित करेगी।ओएसडी (प्रशासन) प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि यह अवसर छात्रों को वास्तविक दुनिया में काम करने का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा और

उन्हें विश्वविद्यालय में सीखे गए कौशल, ज्ञान और भविष्य में सैद्धांतिक अभ्यास का उपयोग करने  में  मदद करेगा।समाज कार्य विभागाध्यक्ष डॉ. सुजीत कुमार चौधरी एवं ब्लॉक प्लेसमेंट एवं फील्डवर्क समन्वयक डॉ. अनुपम कुमार वर्मा के साथ  सहायक प्रोफेसर डॉ. रश्मिता रे और डॉ. उपमेश कुमार ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।