आरोग्य दिवस पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन का ड्राई रन,वीडियो कॉल से चिकित्सकीय परामर्श

आरोग्य दिवस पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन का ड्राई रन,वीडियो कॉल से चिकित्सकीय परामर्श

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण :- जिले में आरोग्य दिवस पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन का ड्राई रन, वीडियो कॉल के माध्यम से मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया गया।


जिले में 39 हब व 340 स्पोक बनाया गया।
मरीजों को एएनएम द्वारा हब के चिकित्सकों से इलाज व परामर्श उपलब्ध कराई जाएगी।


 सप्ताह में दो दिन ,बुधवार व शुक्रवार को सुविधा एवं निशुल्क दवा मिलेगी।
 स्वास्थ्य सुविधाओं को जमीनी स्तर पर और ज्यादा प्रभावशाली बनाने को लेकर शुक्रवार से जिले के  वीएचएसएनडी साइट पर ई - टेलीमेडिसिन सेवा. का ड्राई रन किया गया। जिसके लिए जिले में 39 हब व 340 स्पोक बनाया गया था। योजना के तहत मरीजों को एएनएम द्वारा हब के चिकित्सकों से वीडियो कॉल के माध्यम से इलाज व परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई।

सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत मिलने वाली निःशुल्क टेलीमेडिसीन के जरिये अब घर बैठे मरीजों का न केवल इलाज होगा, बल्कि उन्हें घर पर दवा भी उपलब्ध करा दी जाएगी। जिले में इसे लेकर शुक्रवार को ड्राई रन का आयोजन किया गया।

ऑनलाइन तरीके से मरीज,डॉक्टर से रूबरू हो अपना इलाज करवा सकते हैं। मरीज की जांच रिपोर्ट व उसके द्वारा बताई गई परेशानी व लक्षण के आधार पर डॉक्टर मरीज को दवा लिखेंगे। ड्राई रन को सफल बनाने के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण भी किया गया। इस दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। ग्रामीण क्षेत्रों में इस सेवा को लेकर लोगों में भी उत्साह देखने को मिला।

डिजिटल जमाना में अब मरीजों को वीडियो कॉल से चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध करायी जा रही है। 

आंगनबाड़ी केन्द्रों के वीएचएसएनडी सत्रों पर मिलेगी सुविधा : 
सिविल सर्जन ने बताया कि यह सेवा जिले के चयनित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलव्ध रहेगी। इसके लिए पहले से ही दिये जाने वाले वीएचएसएनडी सत्रों व सेवाओं के साथ इन अतिरिक्त चिकित्सीय सुविधाओं को जोड़ा गया है।

वीएचएसएनडी सत्र स्थलों पर टेलीकंस्लटेशन के दौरान गर्भवती महिलायें, अतिकुपोषित बच्चों से जुड़े उच्च जोखिम वाले मामले आदि में रेफरल सुविधा उपलब्ध कराया जाना है।

इसके साथ ही रोगी को रेफर किये गये स्वास्थ्य संस्थान से रोगी के स्वास्थ्य की अद्यतन जानकारी को प्राप्त किया जाना है। टेलीमेडिसीन की स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए मरीजों को अपने नजदीकी चयनित स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

जिसके बाद वहां तैनात एएनएम द्वारा ऑनलाइन विभाग द्वारा जारी पोर्टल के माध्यम के टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य सेवा की सुविधा दिलाई जाएगी। जिसके बाद चिकित्सा परामर्श के अनुसार एएनएम मरीजों को दवाई समेत अन्य चिकित्सा सेवा सुनिश्चित कराएंगी।

निःशुल्क मिलेगी सुविधा : 
डीपीएम अरविन्द कुमार ने कहा कि इस सुविधा के तहत,  डॉक्टर के दवा लिखे जाने के बाद ग्रीन चैनल के जरिये मरीजों के घर तक निःशुल्क दवा पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा एचआईवी, हेपेटाइटिस व सिफलिस व गर्भ की जांच से लेकर कोरोना का टीका भी ग्रीन चैनल के जरिये दिया जाएगा। दवा पहुंचाने की जिम्मेदारी कूरियर की होगी।

दवा बच जाने पर उसे वापस भी कूरियर ही करेगा। इसे लेकर कूरियर को प्रतिदिन 100 रुपये का भुगतान भी किया जाएगा।

दूर दराज इलाकों के मरीजों को होती है सहूलियत :
ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को काफी सहूलियत से इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इस सुविधा के माध्यम से जिले के दूर-दराज, कमजोर एवं वंचित तबकों तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।

सुदूर आवासित लोगों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने-जाने के काफी दूरी का सफर तय करना पड़ता था, जो अब उन्हें नहीं करना पड़ेगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि मरीज का ऑनलाइन परीक्षण करने के बाद चिकित्सकों द्वारा पीएचसी पर उपलब्ध दवाएं ही लिखी जाएंगी। साथ ही, जटिल बीमारियों के लिए दवाएं कूरियर के माध्यम से भी पहुंचाई जाएंगी। ताकि, मरीज का सफल इलाज किया जा सके।