ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट का वितरण
ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट का वितरण
P9bihar news
सत्येन्द्र कुमार शर्मा, सारण:- स्वास्थ्य संस्थानों में उचित परामर्श, जांच और इलाज के साथ ही दवा का वितरण पूरी तरह से निःशुल्क: सीडीओ
प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में आप सभी अपनी भूमिका का करें निर्वहन: डॉ अंजू सिंह
टीबी की बीमारी कुछ वर्ष पहले तक खतरनाक मानी जाती थी। लेकिन अब इसका इलाज आसानी से हो रहा है। क्योंकि सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी से संबंधित उचित परामर्श, जांच और इलाज के साथ ही दवा का वितरण पूरी तरह से निःशुल्क किया जाता है।
उक्त बातें जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा आयोजित टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट वितरण समारोह के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से यह संस्था टीबी रोगियों के लिए कार्य कर रही है। वह समाज को आईना दिखाने से कम नही है। क्योंकि इनके अलावा समाज के लोग भी आगे आकर टीबी मरीजों को गोद लेने का करें। ताकि भारत को टीबी मुक्त किया जा सके।
वितरण समारोह का विधिवत उद्घाटन जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह, संस्था की संस्थापक सचिव डॉ अंजू सिंह, डबल्यूएचओ (एनटीडी) के क्षेत्रीय सलाहकार डॉ कुमार विजयेंद्र सौरभ, डीपीसी हिमांशु शेखर, पूर्व प्राचार्य राजवंशी सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता सह रोटेरियन अमरेंद्र कुमार सिंह सहित कई के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
जबकि मंच संचालन आरजे रजत ने किया तो प्रसिद्ध लोक कलाकार रौनक रतन के स्वागत गीत से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर डॉ अलका सिंह, प्रसिद्ध लेखक सह गायक रत्नेश रतन, तन्नू सिंह, सुमन सिंह, प्रमोद यादव, आकाश गुप्ता, सुभाष सिंह, कुंती देवी, शबनम, उषा देवी सहित कई अन्य उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में आप सभी अपनी भूमिका का करें निर्वहन: डॉ अंजू सिंह
ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापक सचिव डॉ अंजू सिंह ने कहा कि लगभग डेढ़ वर्षो से संस्था के द्वारा छपरा के स्थानीय कार्यालय और एकमा प्रखंड के लगभग 75 टीबी रोगियो को पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट वितरण किया जा रहा है।
ताकि जल्द से जल्द बीमारी से ठीक होकर अपने दैनिक कार्यों को निबटाते हुए समाज को भी क्षय रोग से मुक्त करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का बखूबी निर्वहन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी 24 मार्च को विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर नए चिन्हित मरीजों को गोद लेकर क्षय रोग से मुक्त करने में अपनी भूमिका को समाज में इक नई दिशा देने का काम करना है ताकि समाज के गणमान्य नागरिक भी निक्षय मित्र बनकर प्रधानमंत्री के सपने को साकार करते हुए टीबी मुक्त अभियान को सफल बनाया जा सकें।
मरीजों के साथ भेदभाव या छुआछूत नही बल्कि उनको पौष्टिक आहार खाने के लिए प्रेरित करने की जरूरत: डॉ कुमार विजयेंद्र
डबल्यूएचओ (एनटीडी) के क्षेत्रीय सलाहकार डॉ कुमार विजयेंद्र सौरभ ने कहा कि देश में टीबी उन्मूलन के लिए आगामी वर्ष- 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसको लेकर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है।
जिसमें ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा टीबी मुक्त अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस अभियान के तहत टीबी के मरीजों को गोद लेने के लिए अपील की जा रही है। टीबी रोगियों से जुड़ कर उसका सहयोग करने की जरूरत है। क्योंकि मरीजों के साथ भेदभाव या छुआछूत नही बल्कि उनको पौष्टिक आहार खाने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है।
टीबी से ग्रसित मरीजों के लिए सामान्य नागरिक, गैर सरकारी संस्थान एवं ज़िले के जनप्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए विभागीय स्तर पर प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों की सहायता करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपील कर रहा है।
निक्षय मित्र बनने के लिए करें लॉगिन: डॉ आरपी सिंह
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है। जिस कारण बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों की इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाती है। इससे सुरक्षित रहने के लिए दवा सेवन के साथ ही संतुलित आहार का सेवन जरूरी होता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन करें। उसके बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक करें। इसके बाद निक्षय मित्र के आवेदन पत्र पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है।