ड्रग्स और शराब के खिलाफ जागरूकता पर परिचर्चा
ड्रग्स और शराब के खिलाफ जागरूकता पर परिचर्चा
P9bihar news
प्रमोद कुमार
मोतिहारी,पू०च०।
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मानविकी एवं भाषा संकाय और एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में ' ड्रग्स और शराब के खिलाफ जागरूकता ' विषयक ई - परिचर्चा का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने की ।
मुख्य अतिथि के तौर पर कौशल किशोर, केंद्रीय राज्य मंत्री, आवासीय एवं शहरी मामले के विशेष सान्निध्य प्राप्त हुआ । कार्यक्रम की मुख्य वक्ता प्रो. शुक्ला मोहंती, पूर्व कुलपति कोल्हान यूनिवर्सिटी चाईबासा थी।वही नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान के राष्ट्रीय कार्यक्रम संयोजक अक्षत कांत विशिष्ट वक्त के तौर पर मौजूद रहे।
वहीं कार्यक्रम संयोजन मानविकी एवं भाषा संकाय के अधिष्ठाता प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्रोचारण के साथ विश्वेष वागमी ने किया।स्वागत उद्बोधन देते प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता अर्पित की ।
उन्होंने कहा कि कुलपति जी के मार्गदर्शन में ऐसे विशिष्ट कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं तथा नशा मुक्ति की प्रति समाज को जागृत करने के लिए विश्वविद्यालय विभिन्न प्रयास करते रहता है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने अपने वक्तव्य में कहा कि आजकल युवाओं में नशा करने का पैशन बन गया है और यह मैटर ऑफ स्टेटस बन गया है । युवाओं का ड्रग एडिक्ट होना मर्डर जैसी घटनाएं में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है । केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रत्येक वर्ष १० लाख से अधिक लोगो की मृत्यु नशा करने से हो जाती है ।
उन्होंने देश को नशा मुक्त बनाने को लेकर कहा कि देश की युवाओं की जिम्मेदारी है की वो किसी प्रकार के नशीली पदार्थ के सेवन से बचें । साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों को नशा मुक्ति को लेकर सपथ भी दिलाई।विशिष्ट अतिथि प्रो. शुक्ला मोहंती ने कहा कि देश में नशे का प्रभाव युवा वर्ग पर अत्यधिक बढ़ रहा है । युवाओं को नशे के सेवन से बचाने के लिए अभिभावक की भी बहुत जिम्मेदारी होती है । युवाओं को मित्रता करते समय भी ये चीज ध्यान रखनी चाहिए की संगति में नशे का सेवन न हो । नशा निषेध ही सशक्त भारत के नीव रखेगा ।
विशिष्ट वक्ता अक्षत कांत ने नशे के सेवन से बचने और इस मुहिम को आगे बढ़ाने की बात कही । उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है और देश का भविष्य भी युवाओं भी टीका हुआ है ऐसे में युवाओं को नशे से दूर रहकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए ।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने कहा कि देश को प्रगति पथ पर अग्रसर रखने के लिए युवाओं के बीच नशा मुक्ति को बढ़ावा देने की आवश्यकता है । उन्होंने नशे से होने वाले स्वास्थ्य समस्याओं का उल्लेख भी किया तथा भविष्य में होने वाली समस्याओं को भी बताया । अपने वक्तव्य की अंतिम कड़ी में उन्होंने सभी अतिथियों एवं केंद्रीय मंत्री को विश्वविद्यालय में आने हेतु आमंत्रित भी किया ।
अतिथि परिचय शशिरंजन कुमार ने किया । धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष बिमलेश कुमार सिंह ने किया । कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के सभी संकायों के शिक्षक,अधिकारीगण शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।