एनीमिया से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी : सीएस

एनीमिया से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी : सीएस

एनीमिया से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी : सीएस

- प्रोटीन और आयरनयुक्त संतुलित आहार के साथ आयरन की गोली जरूरी


- एनीमिया से बचने के लिए चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें

P9bihar news

प्रमोद कुमार  

मोतिहारी,

मौजूदा समय में खासकर गर्भावस्था में एनीमिया एक गंभीर बीमारी के तौर पर उभरी है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में रक्त की कमी होती है। उचित समय पर इसका  इलाज कर गम्भीर परिणाम से जच्चा बच्चा को सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके लिए जीवनशैली में बदलाव के साथ प्रोटीन और आयरनयुक्त संतुलित आहार के साथ उचित मात्रा में आयरन की गोली खाना आवश्यक है, यह कहना है पूर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार का। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल समेत जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर एनीमिया से बचने के लिए चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें । उन्होंने बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. श्रवण कुमार पासवान ने बताया कि एनीमिया आम बीमारी हो गई है। व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी के कारण जब हीमोग्लोबिन का बनना सामान्य से कम हो जाता है, तब शरीर में खून की कमी होने लगती है। इस स्थिति को ही एनीमिया कहा जाता है। इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जीवनशैली में बदलाव और आयरनयुक्त आहार का सेवन करने की जरूरत है। इससे काफी हद तक एनीमिया के प्रकोप में आने से बचा जा सकता है।

ये हैं एनीमिया के लक्षण-

डॉ शिल्पी श्रीवास्तव व शगुफ्ता प्रवीण ने बताया कि एनीमिया का शुरुआती लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा का पीला होना, दिल की धड़कन में बदलाव, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सीने में दर्द होना, हाथों और पैरों का ठंडा होना, सिरदर्द आदि हैं। ऐसे लक्षण अगर आपको दिखाई दे तो तत्काल अपनी जीवनशैली में बदलाव करें और डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाएं। डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दवा और खानपान लें।

गर्भवती महिलाओं की जांच जरूरी-

डॉ सुरुचि व प्रीति गुप्ता ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए शरीर में रक्त का निर्माण होते रहना जरूरी होता है। इसमें कमी के कारण एनीमिया होने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को नियमित हीमोग्लोबीन, बीपी, सुगर, वजन, समेत अन्य आवश्यक जांच कराते रहना चाहिए।

आयरन और प्रोटीनयुक्त आहार लें-

एनीमिया से बचने के लिए प्रोटीन युक्त भोजन जैसे- पालक, सोयाबीन, चुकंदर, लाल मांस, मूंगफली, मक्खन, अंडे, टमाटर, अनार, शहद, सेब, खजूर आदि का सेवन करें, जो कि आपके शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। इन चीजों का सेवन करते रहने से आप एनीमिया की चपेट में आने से बच सकते हैं।