लापरवाह शिक्षक विद्यालय बंद रहने की गुहार मुखिया

लापरवाह शिक्षक विद्यालय बंद रहने की गुहार मुखिया


प्रितम सिंह

मशरक, सारण :- बच्चों ने बताया कि शिक्षक से सवाल पूछने और पढ़ाने को बोलने पर मारने लगते हैं।
बच्चों का शिक्षा पाना अधिकार है इसके लिए वे मुखिया क्या मुख्यमंत्री तक जा सकतें हैं।

कोरोना काल के बाद दोबारा से विद्यालय खुले तो शिक्षक-शिक्षिकाओं की आरामतलबी की आदत नहीं छूट रही है। विद्यालयों में हालात ये हैं कि शिक्षक-शिक्षिकाएं समय पर नहीं पहुंचते हैं।

अधिकतर स्कूलों में ताला लटका होने से बच्चे गेट पर खड़े रहते हैं। जहां ताला नहीं रहता है वहां बच्चे खुद दरवाजा खोलकर अंदर जाते हैं। अधिकारी भी ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाओं पर शिकंजा कसने के लिए कार्यालय से बाहर नहीं निकलते हैं।

ऐसा ही एक मामला मशरक प्रखंड क्षेत्र के दुरगौली पंचायत के चकिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सामने आया जहां मंगलवार को 11 बजें तक शिक्षकों के नही पहुंचने पर शिक्षा पाने से वंचित नाराज छात्रों ने पंचायत के मुखिया के दरवाजे पर पहुंचे गुहार लगाई।

मौके पर मुखिया प्रतिनिधि सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि चकिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 11 बजें तक शिक्षकों के नही पहुंचने पर नाराज छात्रों ने उनके यहां पहुंच अपनी शिकायत दर्ज कराई है उनके द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित रूप में शिकायत दर्ज कराई जाएंगी।