सीएचओ प्रणव कुमार जगा रहे सेवा की अलख

सीएचओ प्रणव कुमार जगा रहे सेवा की अलख

सीएचओ प्रणव कुमार जगा रहे सेवा की अलख

-राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हैं प्रणव कुमार


-जागरूकता और संवाद से लोगों को दे रहे टीबी से लड़ने की ताकत

P9bihar news 

प्रमोद कुमार  

सीतामढ़ी। 

आशा और उम्मीद ही है जिसकी बदौलत कुछ भी बदल सकते हैं। उम्मीद है तो कुछ भी हासिल करना संभव है। कुछ इसी सोच के साथ आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, लगमा के कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर प्रणव कुमार सेवा का अलख जगा रहे हैं।

सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रणव कुमार की कोशिश काबिलेतारीफ है। क्षेत्र में जागरूकता और मरीजों से संवाद कर टीबी के खिलाफ लोगों को लड़ने की ताकत दे रहे हैं। इनके प्रयास का सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है। क्षेत्र में टीबी के प्रति लोगों की सोच बदलने में उनकी अलग पहचान बनी है। 

टीबी मरीजों की सेवा के लिए रहते हैं तत्पर-

प्रणव कुमार ने बताया कि उनके लिए न तो समय मायने रखता है और न ही मेहनत। हमेशा वह  मरीजों की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। जितना समय सेंटर पर देते हैं, उतना ही समय वे क्षेत्र में भी देते हैं। वे क्षेत्र में गृह भ्रमण कर मरीजों को नियमित दवा का सेवन करने के लिए जागरूक करते हैं। टीबी के संभावित मरीज की जांच के लिए उसका सैम्पल कलेक्ट करवाते हैं और टीबी की पुष्टि होने पर उसके उपचार की व्यवस्था भी करते हैं।

इसके साथ ही लोगों को समझाते हैं कि टीबी रोगी के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करें। उसे प्यार और सहयोग दें। लोगों को बताते हैं कि यदि घर व पड़ोस में किसी को भी टीबी के लक्षण दिखें तो स्वास्थ्य केंद्र पर आएं। स्वास्थ्य केंद्र पर जांच एवं इलाज निःशुल्क उपलब्ध है। वे समय-समय पर टीबी के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम और अन्य दूसरी गतिविधियों का संचालन करते रहते हैं।

राष्ट्रपति से संवाद के लिए हुआ था चयन-

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ पर अलग-अलग राज्यों के प्रतिनिधियों का राष्ट्रपति से संवाद के लिए चयन किया गया था।  इसके लिए बिहार राज्य से तीन जिलों के प्रतिनिधियों का चयन किया गया था। इसमें से एक  प्रणव कुमार भी शामिल थे। प्रणव कुमार मार्च-अप्रैल में विश्व टीबी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अपने काम से राज्य और देश में अपनी पहचान बनाई है।

उनके किये गए कामों की तस्वीरे और वीडियो को सेंट्रल टीबी डिविजन द्वारा पीएमओ को रिट्वीट किया गया था। साथ ही बिहार सरकार के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के ट्विटर हैंडल से उनके हर अभियान की तस्वीरों और वीडियो को लाइक और रिट्वीट किया गया है। इन सभी उपलब्धियों की वजह से उनका चयन किया गया था।