पेशेंट नेटवर्क सदस्यों द्वारा दवा खाने हेतु जागरुकता 

पेशेंट नेटवर्क सदस्यों द्वारा दवा खाने हेतु जागरुकता 

पेशेंट नेटवर्क सदस्यों द्वारा दवा खाने हेतु जागरुकता 

P9bihar news 

सत्येन्द्र कुमार शर्मा

सारण :- जिले के मांझी के दुर्गापुर गांव में पेशेंट नेटवर्क सदस्यों द्वारा लोगों को दवा खाने के लिए जागरूक किया जा रहा हैं।


नेटवर्क सदस्य:-- मैने दवा नही खाया जिस कारण फाइलेरिया जैसी बीमारी झेल रहे हैं।

डॉ.दिलीप सिंह :- पेशेंट प्लेटफार्म से जुड़े सदस्यों द्वारा आईडीए अभियान में भरपूर सहयोग मिल रहा है।

डॉ.माधुरी देवराजू:- दो वर्ष से कम और गर्भवती महिलाओ को दवा का सेवन नहीं कराएं।

जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सर्वजन दवा सेवन (एआईडीए) अभियान की शुरुआत हो चुकी है। मंगलवार तक स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर बूथ लगाकर स्कूली बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया गया। लेकिन अब प्रत्येक कार्य दिवस के दिन आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ के द्वारा अपने अपने पोषक क्षेत्रों और वार्ड के सभी घरों में डोर टू डोर भ्रमण कर दवा खिलायी जाएगी।

मांझी प्रखंड के दुर्गापुर गांव में पेशेंट नेटवर्क समूह से जुड़े सदस्यों द्वारा घर घर घूम कर लोगो को जागरूक किया गया। इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मांझी के बीएचएम राम मूर्ति, बीसीएम विवेक व्याहुत, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी, डीसी विनोद कुमार श्रीवास्तव, एडीसी अमित सिंह, बीसी कृष्णा सिंह, आशा फेसिलेटर, आशा कार्यकर्ता सहित कई अन्य उपस्थित थे।

पैशेंट प्लेटफार्म से जुड़े सदस्यों द्वारा आईडीए अभियान में मिल रहा है भरपूर सहयोग: डॉ दिलीप सिंह 
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि इस बार गड़खा, मांझी और सोनापुर के अलावा पेशेंट प्लेटफार्म से जुड़े सदस्यों का भी सहयोग लिया जा रहा है, जो लक्षित समूह को दवा खिलाने में सहयोग कर रहे हैं। हालांकि पिछली बार पेशेंट सपोर्ट ग्रुप से जुड़े नेटवर्क सदस्यों द्वारा सहयोग किया गया था। जबकि इस बार भी इन दोनों का सहयोग लिया जा रहा है।

लिहाजा काफी हद तक सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। लेकिन इस बार दवा खिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं, कि लक्षित समूह को दवा खिलाने में हम लोग कामयाब होंगे। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग, सहयोगी संस्थाओं सहित पंचायत जनप्रतिनिधियों, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका सहित अन्य सहयोगी कर्मियों द्वारा भरपूर सहयोग मिल रहा है। जिस कारण आशा व्यक्त जा रही है कि इस बार अधिक से अधिक लोग दवा का सेवन कर सकेंगे।


दो वर्ष से कम और गर्भवती महिलाओ को दवा सेवन नहीं कराएं: डॉ माधुरी देवराजू
डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय सलाहकार डॉ माधुरी देवराजू ने बताया कि जिले के सभी एमओआईसी, बीएचएम और बीसीएम को विभागीय स्तर पर पहले ही निर्देशित किया जा चुका है कि दवा खिलाने के पहले आशा या स्वास्थ्य कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करे की बच्चों ने स्कूल में मिड डे मील के दौरान भोजन किया है, या नही। उसके बाद ही बच्चों को दवा खिलाई जानी चाहिए।

सभी आशा कार्यकर्ता के पास ओआरएस के पैकेट का रहना जरुरी है। सबसे खास बात यह है कि माइक्रोप्लान के अनुसार अपने बूथ पर जाएं और दवा सेवन करवाएं। बूथ स्तर पर दवा खिलाए जाने के बाद प्रत्येक कार्य दिवस के दिन घर घर जाकर दवा खिलाना होगा। हालांकि दो आयु वर्ष से कम और गर्भवती महिलाओ को दवा सेवन नहीं करना है।


मैने दवा नही खाया जिस कारण झेल रहे हैं फाइलेरिया जैसी बीमारी: नेटवर्क सदस्य 
दुर्गापुर पैशेंट नेटवर्क सदस्य सहदेव यादव ने कहा कि हम तो खुद फाइलेरिया के मरीज है आप लोग तो कम से कम इसका शिकार नही हो। इसी बीमारी को रोकने और हम सभी को सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) कार्यक्रम चलाया जा रहा है। ताकि इस रोग को जड़ से मिटाया जा सके।

आप सभी को मालूम है कि विगत 10 फरवरी से आईडीए अभियान शुरू किया गया है। जिसमें तीन दिनों तक स्कूल, सामुदायिक भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में आशा कार्यकर्ता के द्वारा दवा खिलाया गया है। जबकि शेष 14 कार्य दिवस गृह भ्रमण कर तीन प्रकार की दवा खिलाया जाना है। सबसे अहम बात यह है कि कभी भी खाली पेट दवा का सेवन नही करना है। लेकिन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे और गर्भवती महिलाओ को किसी भी हालत में दवा नही खिलाना है।