कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में 66 दिनों के छिड़काव अभियान की शुरुआत
कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में 66 दिनों के छिड़काव अभियान की शुरुआत
P9bihar news
सत्येेन्द्र कुमार शर्मा
सारण :- क्षेत्र में 66 दिनों तक अभियान चलेगा।आशा कार्यकर्ता भी अपनी भूमिका निभाएंगी।सभी चिह्नित गांवों में सघन रूप से छिड़काव होगा।प्रतिदिन कार्यों की समीक्षा होगी, अधिकारी निरीक्षण करेंगे।कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिले में छिड़काव अभियान की शुरुआत की गयी। छिड़काव सभी प्रखंडों के कालाजार आक्रांत चिह्नित गांवों में सघन रूप से किया जायेगा। प्रखंड स्तर पर छिड़काव के लिए माइक्रो एक्शन प्लान तैयार किया गया है।
सिंथेटिक पायराथायराइड का घोल प्रति 7.5 लीटर पानी में 125 ग्राम सिंथेटिक पायराथायराइड पाउडर मिलाकर तैयार किया जायेगा। आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा छिड़काव के दो दिन पूर्व सूचना दी जायेगी । उसके लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में आशा कार्यकर्ता को 200 रुपये अश्विन पोर्टल के माध्यम से भुगतान किया जायेगा। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि छिड़काव कार्य योजना के अनुसार सभी कालाजार प्रभावित ग्रामों के सभी घरों, गौशालाओं में छिड़काव कराया जाना है।
गुणवत्तापूर्ण छिड़काव की दृष्टि से पर्यवेक्षण अत्यंत आवश्यक है। प्रखंड स्तर पर विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जायेगा। पीएचसी के प्रभारी, आयुष चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारी के बीच आक्रांत गांव को आंवटित कर अपनी उपस्थिति में पर्यवेक्षण कराएंगे। जिला स्तर से सिविल सर्जन एसीएमओ, जिला वेक्टर जनित रोग रोग सलाहकार एवं अन्य पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया जायेगा।
प्रतिदिन होगी समीक्षा:
डीएमओ डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक दिन कार्य समाप्ति के बाद दिन भर के छिड़काव कार्य की मानक के अनुरूप समीक्षा की जायेगी एवं आवश्यक सुधार के लिए निर्देश दिया जायेगा। पैची छिड़काव एवं ओवरलैपिंग पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी। प्रत्येक दल के दल नायक छिड़काव पंजी का संधारण करेंगे । जिसमें घर-घर छिड़काव की सूचना संधारित की जायेगी। साथ ही साथ पंचायत के सदस्य व मुखिया या वार्ड से छिड़काव के बाद प्रमाण पत्र भी प्राप्त करेंगे।
छिड़काव के लिए किया जायेगा प्रचार प्रसार:
छिड़काव के लिए आमजनों के बीच जागरूकता की आवश्यकता है। जिसमें आम जन अपने घरों में छिड़काव के लिए निर्धारित समय सक्रिय सहयोग करें। प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने स्तर से छिड़काव के पूर्व सभी आक्रांत चिह्नित गांवों में एक दिवसीय माइकिंग एवं छिड़काव से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देने के लिए फ्लैक्स बैनर लगवाना सुनिश्चित करेंगे। जन जागरण एवं प्रचार प्रसार के लिए स्कूल के शिक्षकों एवं पंचायती राज के सदस्यों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी।
छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल :
• छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।
• घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अन्दरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं
• छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें।
• छिड़काव के पूर्व भोजन सामग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें।
• ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एस पी) का असर बना रहे।
• अपने क्षेत्र में कीटनाशक छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।
कालाजार के लक्षण :
• लगातार रूक-रूक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना
• वजन में लगातार कमी होना
• दुर्बलता
• मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।