बकुलाहर मठ के परचाधारियोंं को जमीन पर कब्जा देना होगा
बकुलाहर मठ के परचाधारियोंं को जमीन पर कब्जा देना होगा
रिपोर्टर अतुल कुमार
बेतिया। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पूर्णिया विधानसभा से चार बार विधायक रहे कामरेड अजीत सरकार जो पूर्णिया जिला के हजारों परचाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने का काम किए। सही मायने में बिहार के किसान आंदोलन के वे अगुआ दस्ता रहे।
का. अजीत सरकार की हत्या 14 जून 1998 को सामंतों की गठजोड़ ने कर दी। आज उनका 24 वां शहादत दिवस मनाया जा रहा है । सर्व प्रथम का. अजीत सरकार के तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया और श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मठ के 399 पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और किसान सभा दृढ़ प्रतिज्ञ है।
आज के दिन छोटा गोपालपुर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माकपा के जिला प्रभारी प्रभुनाथ गुप्ता, जिला सचिवमंडल सदस्य म. हनीफ अंसारी, जिला कमिटी सदस्य शंकर कुमार राव, जगरनाथ यादव, राजू बैठा, चनपटिया लोकल कमिटी के सचिव महफूज राजा, लोकल कमिटी सदस्य म. मुस्तफा, म. सहीम, सरल दास, म. दाऊद आदि नेताओं ने संकल्प लिया कि गरीबों खासकर दलित और अति पिछड़ों को जो जमीन बिहार सरकार के द्वारा दी गई है।
आज वे परचाधारी समाप्त होते जा रहे है और दूसरी पीढ़ी यानी उनके बच्चे जमीन पर कब्जा की मांग कर रहे हैं। जमीन का पर्चा देने के बावजूद भूमिहीन गरीब, दलित पर्चाधारियों को जमीन नहीं दिया गया। इस सवाल पर बिहार सरकार मौन है।
आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पश्चिम चंपारण के जिला पदाधिकारी के समक्ष हम पर्चाधारियों का प्रदर्शन करेंगे और हमारी मांगे नहीं पूरी की जाती तो चनपटिया अंचल के अंचलाधिकारी के समक्ष पर्चाधारी घेरा डालो डेरा डालो का अनिश्चितकालीन कार्यक्रम चलाएंगे जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी।